Darbhanga News: दरभंगा के अलीनगर विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में अचानक नया मोड़ आ गया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व विधायक मिश्रीलाल यादव, जिन्हें कुछ समय पहले एमपी/एमएलए कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद विधायक सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. अब एक बार फिर वह विधायक पद पर बहाल हो गए हैं. कोर्ट के इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है.
सूत्रों की मानें तो अब अलीनगर विधानसभा क्षेत्र बीजेपी के कोटे में ही रहने वाला है और ऐसे में मिश्रीलाल यादव या किसी ब्राह्मण को पार्टी से टिकट मिलने की संभावना प्रबल हो गयी है. यह घटनाक्रम न सिर्फ़ विरोधियों के लिए, बल्कि नए चेहरों और दावेदारों के लिए भी बड़ा झटका बनकर सामने आया है।
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बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि अब अगर कोई नया चेहरा टिकट के लिए दावेदारी करता है तो उसे पार्टी में कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. मिश्रीलाल यादव की बहाली से यह संकेत मिल गया है कि पार्टी नेतृत्व अब पुराने भरोसेमंद या ब्राह्मण चेहरों पर ही दांव लगाने की तैयारी में है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जिस तेजी गति से कोर्ट ने मामले को बहाल किया और जिस समय पर फैसला आया, उसने पूरे अलीनगर क्षेत्र की राजनीति को एक नई दिशा में मोड़ दिया है. अब देखना होगा कि अगर पार्टी के भीतर कोई नया समीकरण बनता है या कोई बड़ा टकराव खड़ा होता है तो उसकी दिशा क्या होगी. मिश्रीलाल यादव की विधायक पद पर बहाली ने अलीनगर की राजनीतिक तस्वीर बदल दी है. अगर बीजेपी का रुख यही रहा तो उनका फिर से उनके टिकट पर चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है. ऐसे में अन्य दावेदारों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ सकती है या फिर अंदरूनी तौर पर संघर्ष तेज करना पड़ सकता है.
कन्हैया | दरभंगा