Vaishali News: खबर वैशाली से है जहां राजस्थान में शहीद हुए वैशाली के लाल पंकज कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सराय के पौरा मदन सिंह पहुंचा, जहां राजकीय सम्मान के साथ वीर सपूत को अंतिम विदाई दी गई. परिजनों ने बताया कि शहीद जवान पंकज कुमार रजक के घायल होने की सूचना 7 जुलाई को मिली थी और उनसे आखिरी बार 6 जुलाई को बात हुई थी. जवान ने अपनी पत्नी को बताया था कि वह इसी महीने आने वाले हैं.
जहां से वह बोलबम जाने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही हादसा हो गया. मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक संजय सिंह ने कहा कि पंकज कुमार की शहादत पर पूरे देश को गर्व है और सरकार उनके परिवार को हर संभव मदद देगी. आपको बता दें कि पंकज दो भाइयों में बड़ा था, उसकी कुछ साल पहले ही शादी हुई थी और उसकी एक छोटी बेटी भी है. दरअसल, राजस्थान फायरिंग के दौरान सेना का वह टैंकर पानी में चला गया, जिसमें पंकज तैनात थे.
पानी में घुसने के कारण टैंकर बाहर नहीं निकल सका। 7 जुलाई को परिवार को पता चला कि पंकज बेहोश है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज के दौरान 16 जुलाई को पंकज की मौत हो गई. आपको बता दें कि पंकज 13 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे और फिलहाल राजस्थान के जैसलमेर में तैनात थे। आखिरी बार पंकज एक महीने की छुट्टी लेकर 25 अप्रैल 2025 को घर आया था, लेकिन 15 दिन बाद आपात स्थिति के कारण छुट्टी रद्द कर दी गई और उसे वापस ड्यूटी पर बुला लिया गया.
पंकज के पिता पंजाब में एक निजी कंपनी में काम करते हैं जबकि पंकज के दादा महेश रजक बीएसएफ में एसआई पद से सेवानिवृत्त हैं। कोनहारा घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।