Darbhanga News: दरभंगा ज़िले के मब्बी थाना क्षेत्र अंतर्गत शाहपुर गांव में मंगलवार की शाम क़रीब 5 बजे एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब आकाशीय बिजली गिरने से एक वृद्ध महिला की मौक़े पर ही मौत हो गई, जबकि 4 महिलाएं और एक बच्चा झुलसकर घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब सभी महिलाएं गांव के चौर क्षेत्र में बकरी चरा रही थीं और बारिश से बचने के लिए पास के आम के बगीचे में एक पेड़ के नीचे शरण ली थी।
मृत महिला की पहचान
मृतका की पहचान शाहपुर गांव निवासी स्वर्गीय रामप्रसाद मंडल की पत्नी सुजान देवी (उम्र 72 वर्ष) के रूप में हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार की शाम सुजान देवी अपने गांव के चार-पांच अन्य महिलाओं के साथ चौर क्षेत्र में बकरियां चरा रही थीं। उस समय मौसम साफ़ था, लेकिन अचानक तेज बादलों के साथ मौसम ने करवट ली और तेज बारिश शुरू हो गई।
पेड़ के नीचे शरण लेना पड़ा भारी
बारिश से बचने के लिए सभी महिलाएं पास के आम के बग़ीचे में एक बड़े पेड़ के नीचे जा खड़ी हुई। तभी तेज गरज और चमक के साथ बिजली गिरी, जो सीधे उस पेड़ पर आकर टकराई। इसी दौरान सुजान देवी बिजली की चपेट में आ गई और उनकी मौक़े पर ही मौत हो गई।
वही पेड़ के समीप खड़ी चार अन्य महिलाएं और एक बच्चा भी आंशिक रूप से झुलस गए। उन्हें तत्काल ग्रामीणों की मदद से प्राथमिक उपचार के लिए नज़दीकी स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि सभी घायल अब खतरे से बाहर हैं।
मौक़े पर मची अफ़रा-तफ़री
घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे। सूचना पाकर मब्बी थाना अध्यक्ष सुनील कुमार अपनी टीम के साथ मौक़े पर पहुंचे और हालात का जायज़ा लिया। पुलिस ने मृतका के शव को अपने क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए DMCH (दरभंगा मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल)भेज दिया है।
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थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि यह घटना पूरी तरह से प्राकृतिक आपदा से संबंधित है। इस घटना के सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं।
गांव में शोक की लहर
सुजान देवी की मृत्यु से पूरे शाहपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतिका का परिवार सदमे में है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को शीघ्र आर्थिक मुआवज़ा देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की कि इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।
विशेषज्ञों की सलाह
इस घटना ने एक बार फिर यह साफ़ कर दिया है कि आंधी-तूफ़ान या बारिश के दौरान खुले स्थानों, विशेष रूप से पेड़ों के नीचे शरण लेना कितना ख़तरनाक हो सकता है। मौसम विशेषज्ञों और आपदा प्रबंधन विभाग की सलाह है कि इस प्रकार की स्थिति में लोग घर या सुरक्षित भवन की शरण ले और मोबाइल, बिजली के खंभे और पेड़ जैसे ऊंचे ऊर्ध्वाधर वस्तुओं से दूरी बनाकर रखे।
शाहपुर गांव की यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि एक चेतावनी भी है कि समय रहते ग्रामीणों में मौसम आपदाओं को लेकर जागरूकता फैलाना आवश्यक है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाकर लोगों को बिजली गिरने से बचाव के उपाय सिखाना चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से जान माल की क्षति को टाला जा सके।











