Deoghar News: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को देवघर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(AIMS) के पहले दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। समारोह का आयोजन एम्स परिसर में पड़े था और गरिमामय वातावरण में किया गया। यह अवसर देवघर एम्स के इतिहास में मील का पत्थर माना जा रहा है।
दीक्षांत समारोह में MBBS की पढ़ाई पूरी कर चुके कुल 48 छात्रों को मेडल और डिग्रियां प्रदान की जा रही है। राष्ट्रपति के हाथों एक गोल्ड मेडल, एक सिल्वर मेडल, एक ब्रॉन्ज़ मेडल और एक श्रेष्ठ रैंक प्राप्त छात्र को विशेष रूप से डिग्री दी जाएगी। अतिरिक्त अन्य छात्रों को भी संस्थान की ओर से डिग्री वितरण किया जाएगा।
Hon’ble President of India, Smt. Droupadi Murmu, graces the 1st Convocation Ceremony of AIIMS Deoghar as the Chief Guest, celebrating the accomplishments of our inaugural MBBS graduates! 👨⚕️👩⚕️https://t.co/xotxOR9Cmb
— AIIMS Deoghar (@deoghar_aiims) July 31, 2025
समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए चिकित्सा सेवा को मानवता की सेवा का सर्वोच्च रुप बताया।
उन्होंने कहा कि एम्स जैसे संस्थान न केवल चिकित्सा शिक्षा का केंद्र है बल्कि जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी बदलाव लाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों से देश के दूरदराज़ और ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने की अपील की।
इस अवसर पर राजपाल संतोष कुमार गंगवार, झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह, एम्स देवघर के निदेशक, डॉक्टर, अभिभावक और गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। देवघर एम्स का यह पहला दीक्षांत समारोह न केवल चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक अवसर है, बल्कि झारखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास में भी सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।