Darbhanga News: बेनीपुर में बढ़ते जल संकट को लेकर मिथिला वादी पार्टी और मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने बुधवार को आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करते हुए अनुमंडल कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र के विधायक जनता की समस्याओं से बेख़बर है और राजनीतिक स्वार्थ में उलझे हुए हैं।
साथ ही मिथिला वादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने विधायक पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “जनता ने जिस उम्मीद से उन्हें विधानसभा भेजा था वह पूरी तरह चकनाचूर हो गई है। बेनीपुर में लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं, लेकिन विधायक विकास के बजाय दिल्ली पटना की चापलूसी में व्यस्त हैं।”
मिथिला वादी पार्टी के जिलाध्यक्ष व जिला परिषद सदस्य अमित कुमार ठाकुर के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जल संकट के त्वरित समाधान की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि 7 दिनों के भीतर ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो विधानसभा से लेकर पटना तक जन आंदोलन होगा।
जिला परिषद सदस्य सागर नवदिया ने कहा, “ गांव-गांव में लोग पीने का पानी ख़रीदने को मजबूर हैं। हैंडपंप सूख चुके हैं, नल जल योजना अधूरी है और टैंकर आपूर्ति में भारी अनियमितता है।”पंचायतों में पानी को लेकर झगड़े और मारपीट तक हो रही है। MSU बेनीपुर प्रखंड अध्यक्ष गौतम झा ने इसे जन प्रतिनिधि की नाकामी का उदाहरण बताते हुए कहा कि विधायक सोशल मीडिया पर ख़ुद की पीठ थपथपाने में व्यस्त हैं, जबकि जनता पानी के लिए संघर्ष कर रही है।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों में स्पष्ट कहा कि सभी पंचायतों में नल जल योजना को तुरंत बहाल किया जाए और जहां काम अधूरा है उसे पूरा किया जाए। सूखे हुए हैण्ड पंपों की मरम्मत की जाए और ज़रूरत के मुताबिक़ नए हैंडपंप लगाए जाएं। पानी के टैंकर आपूर्ति के लिए एक नियमित शेड्यूल तय किया जाए और उसकी सख़्त निगरानी हो ताकि कोई अनियमितता न हो। पंचायत स्तर पर चापाकल की गहराई बढ़ाने की योजना लागू की जाए जिससे लंबे समय तक जल संकट से राहत मिल सके। साथ ही जिन क्षेत्रों में पानी की कमी सबसे ज़्यादा है वहां आपात राहत शिविर लगाकर तुरंत पीने के पानी की व्यवस्था की जाए।
नगर अध्यक्ष संतोष साहू ने प्रशासन और विधायक दोनों को चेताया,
“अगर प्यास नहीं बुझी, तो यह आग गांव से शहर और शहर से पटना तक जाएगी।”
राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्याभूषण राय ने कहा, यह सिर्फ़ बेनीपुर की नहीं, बल्कि पूरे मिथिला की कहानी है, जहां भ्रष्टाचार, अधूरी योजनाएं और लापरवाही ने विकास को पंगु बना दिया है।”
प्रदर्शन में विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनीश चौधरी, प्रवक्ता नारायण मिश्र, प्रखंड उप अध्यक्ष राजा बाबू झा, छात्र नेता प्रशांत मिश्र, जिला उपाध्यक्ष रोहित मिश्र, अभिषेक यादव, गोपाल ठाकुर सहित बड़ी संख्या में महिला मोर्चा, छात्र संगठन और ग्रामीण मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में नारा लगाया “पानी दो, नहीं तो कुर्सी छोड़ो!” ग़ुस्से, नारों और भीड़ के बीच साफ़ दिख रहा था यह दर पानी का सवाल नहीं है, यह सम्मान और अस्तित्व की लड़ाई है।