Darbhanga News: भारत के उभरते स्क्वैश खिलाड़ी श्रेयांश झा ने इंडिया जूनियर ओपन का खिताब जीतकर न सिर्फ मिथिला क्षेत्र बल्कि पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. महज चौदह साल और छह महीने में इस खेल में यह कीर्तिमान हासिल करने वाले वह पहले भारतीय बन गए हैं। उनकी इस उपलब्धि पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है. मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा है कि उन्हें विश्वास है कि श्रेयांश अपनी प्रतिभा से न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनिया में बिहार का नाम रोशन करेगा.
बिहार के दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान इलाके के हरिनगर के रहने वाले श्रेयांश अब एशिया अंडर-15 स्क्वैश रैंकिंग में नंबर वन बन गए हैं. उनका सपना ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतना और मिथिलांचल समेत देश का नाम रोशन करना है. इस उपलब्धि पर मिडिया से बात करते हुये श्रेयांश ने बताया कि हमने 11 साल की उम्र में नेवी कैंपस मे स्क्वैश खेल खेलना शुरू किया था और आज इस मुकाम पर आने में मेरे मम्मी पापा के साथ- साथ स्कूल के शिक्षक एंव स्टाफ और मेरे परिवार के बाकी लोगों ने हर कदम पर बहुत ही सहयोग किया है।
श्रेयांस झा ने कहा भारत कि प्रतिनिधित्व करने का है सपना
मेरा लक्ष्य एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और विश्व जूनियर चैम्पियनशिप जैसी कई प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करना और वहां पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित करना है। साथ ही उन्होंने बताया कि स्क्वैश गेम खेलने में बहुत मजा आता है और दुनिया के लोग इस गेम को एक बेहतरीन स्वास्थ्यवर्धक गेम बताते हैं जो पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है. हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस गेम से जुड़ें.
वहीं इस उपलब्धि पर श्रेयांश के दादा सदानंद झा ने बताया कि हमारा पूरा परिवार देश की सेवा में ही रहा हम भी डिफेंस में थे मेरा बेटा भी नेवी है और अब श्रेयांश खेल के माध्यम से देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है और आने वाले दिनों में करेंगा ऐसा उम्मीद है इस बात से हमें बहुत खुशी है और मेरा आर्शीवाद है.
श्रेयांस झा के पिता हैं भारतीय नौसेना में कमांडर
श्रेयांश झा के पिता मृगांक शेखर झा भारतीय नौसेना में कमांडर हैं, जबकि मां रश्मि झा शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हैं. वे मुंबई में रहते हैं. उनकी मां ने बताया कि श्रेयांश अभी नौवीं कक्षा में पढ़ रहा है और स्कूल में हमेशा टॉप फाइव में रहता है. अगर खेल की बात करें तो वह ग्यारह साल की उम्र से स्क्वैश खेल रहे हैं। पढ़ाई के साथ-साथ वह खेल में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। वह शुरुआती दिनों से ही मेहनती रहे हैं। अब तक उन्होंने अपना निर्धारित लक्ष्य हासिल कर लिया है. उनका सपना ओलंपिक खेलना है. भगवान उसे जल्द ही पूरा करेंगे. मेरा आशीर्वाद है.
जानकारी के अनुसार इससे पहले जुलाई 2025 में श्रेयांश ने जर्मनी में आयोजित यूरोपियन जूनियर ओपन स्क्वैश अंडर-15 खिताब जीतकर सबका ध्यान खींचा था.उन्होंने ब्रिटिश जूनियर ओपन, सिंगापुर जूनियर ओपन, एशियन जूनियर ओपन और यूरोपियन जूनियर ओपन में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और सिंगापुर जूनियर ओपन में कांस्य और यूरोपियन जूनियर ओपन में गोल्ड मेडल हासिल किया.वहीं इसी साल सेंट्रल इंडिया स्लैम, साउदर्न स्लैम और नॉर्दर्न स्लैम में पहला स्थान हासिल किया था. साथ ही, 32वीं एशियन जूनियर चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर अपनी रैंकिंग को और मजबूत किया था. फिलहाल श्रेयांस फिलहाल मुंबई के बॉम्बे जिमखाना स्पोर्ट्स क्लब में कोच अविनाश भवनानी से ट्रेनिंग ले रहा है।
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श्रेयांश की यह उपलब्धि बिहार में खेल के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होती है और युवाओं को खेल में उत्कृष्टता हासिल करके राज्य और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित करती है।