Darbhanga News: दरभंगा नगर विधानसभा क्षेत्र 83 में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ जमाल हसन ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा 1 सितंबर 2025 को जारी मतदाता सूची को लालबाग मुख्य मार्ग पर बीच सड़क पर मीडिया साथियों के सामने जनता के सामने रखते हुए कहा कि आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर संदेह है.
दरभंगा शहर में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने SIR (Special Revision of Electoral Rolls) के नाम पर मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर धांधली की है। डॉ. जमाल हसन ने कहा कि मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़ने और मकान नंबर में छेड़छाड़ कर चुनाव प्रक्रिया की पवित्रता को भंग किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि दरभंगा नगर विधानसभा के बूथ संख्या 138 पर 87 मतदाताओं का मकान नंबर “0” दर्ज है. यह स्थिति न केवल हास्यास्पद है बल्कि मतदाता की पहचान को भी संदिग्ध बनाती है।
उन्होंने कहा कि मकान का नंबर मतदाता की पहचान का सबसे मजबूत आधार है, लेकिन आयोग ने इसे खत्म कर दिया है. उन्होंने आगे कहा कि बूथ संख्या 170 पर स्थिति और भी गंभीर है. यहां मकान नंबर 1 पर 93 मतदाता, मकान नंबर 5 पर 112 मतदाता, मकान नंबर 8 पर 93 मतदाता और मकान नंबर 10 पर 68 मतदाता पंजीकृत हैं।
इतना ही नहीं, 79 मतदाताओं का मकान संख्या “0” या किसी जगह के नाम से लिखा गया है। यह सीधे तौर पर फर्जीवाड़े का प्रमाण है और यह सवाल खड़ा करता है कि आयोग आखिर किस दबाव या साजिश के तहत इस तरह की गड़बड़ी कर रहा है।
डॉ. जमाल हसन ने कहा कि यह कौन-सा SIR है जिसमें मकान संख्या के नाम पर मतदाता की पहचान ही खत्म कर दी गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बार-बार सफाई देने के बजाय मुद्दे से भटक रहा है। जबकि जननायक राहुल गांधी जी लगातार इस विषय पर आवाज़ बुलंद कर रहे हैं और चेतावनी दे रहे हैं कि लोकतंत्र से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दरभंगा शहर विधानसभा क्षेत्र में कुल 354 बूथ हैं। फिलहाल उन्होंने केवल 2 बूथों की जानकारी सार्वजनिक की है, लेकिन उनकी टीम हर बूथ की बारीकी से जांच कर रही है। आने वाले दिनों में और बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया जाएगा। उन्होंने चुनाव आयोग को चेतावनी देते हुए कहा कि जितनी जल्दी हो सके इस गड़बड़ी को सुधारा जाए, अन्यथा इस पूरी प्रक्रिया को रद्द करना होगा।
डॉ. जमाल हसन ने कहा कि यह मामला किसी एक धर्म, जाति या वर्ग का नहीं है बल्कि पूरे लोकतंत्र के भविष्य का सवाल है। चुनाव आयोग ने फर्जी मकान संख्याओं में सभी धर्म और जाति के मतदाताओं को बराबरी की हिस्सेदारी दी है, जिससे यह साफ हो जाता है कि धांधली योजनाबद्ध और संगठित तरीके से की गई है। उन्होंने कहा कि वोट की चोरी सबसे बड़ा अपराध है और यह केवल व्यक्ति का अधिकार नहीं बल्कि लोकतंत्र की नींव पर हमला है।
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उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस धांधली के खिलाफ खड़े हों क्योंकि अब युवा जाग चुका है और अपनी वोट की चोरी बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने बिहार के हर छोटे से छोटे जनप्रतिनिधि से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्र की मतदाता सूची की जांच करें और अगर कहीं गड़बड़ी है तो उसके खिलाफ आवाज़ उठाएँ। अंत में डॉ. जमाल हसन ने कहा कि यह लड़ाई लंबी है लेकिन जरूरी है। अगर हम आज चुप रहे तो कल लोकतंत्र का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। चुनाव आयोग को तुरंत इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए धोखाधड़ी को संबोधित किया जाना चाहिए और प्रत्येक नागरिक की पहचान सटीक और सुरक्षित बनी रहनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी हर बूथ पर नजर रखेगी और किसी भी कीमत पर लोकतंत्र और लोगों के अधिकारों की रक्षा करेगी।