Jharkhand News: आदीवासी कुड़मी समाज द्वारा 20 सितंबर को आयोजित रेल टेका डहर छेका आंदोलन के बाद प्रशासन ने JLKM के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो सहित छह नेताओं पर मामला दर्ज किया है।
इस आंदोलन में हज़ारों की संख्या में लोग मूरी- सिल्ली रेलखंड पर जुटे थे। पुलिस प्रशासन ने आंदोलन को रोकने के लिए पहले से ही सख्ती बरती, लेकिन देवेन्द्र नाथ महतो अपने समर्थकों के साथ पैदल मार्च करते हुए सिल्ली से मूरी रेलवे स्टेशन पहुंचे और रेल पटरियों पर धरना दिया।
प्रदर्शनकारियों ने कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल करने, कुड़माली भाषा को आठवीं अनुसूची में मान्यता देने और सरना धर्म कोड लागू करने की मांग जोर शोर से उठाई। देर रात करीब 10 बजे सरकार के अधिकारियों और नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत के बाद आंदोलन को स्थगित किया गया और रेल परिचालन फिर से शुरू किया गया।
हालांकि इसके बाद पुलिस कानूनी कार्रवाई करते हुए जेएलकेएम केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ महतो को मुख्य अभियुक्त बनाते हुए छह नेताओं पर आरपीएफ पोस्ट/ मूरी ओपी में 20 सितम्बर 2025 को केस संख्या 2158/25 के तहत धारा 145, 146, 147 एवं रेल अधिनियम 174 (क) के तहत देवेंद्र नाथ महतो (नेता, जेएलकेएम ) , सुदेश कुमार महतो,( नेता आजसू पार्टी पूर्व विधायक), रामपदो महतो ( वरिष्ठ नेता जेएलकेएम) , कृष्ण महतो (जेएलकेएम सिल्ली विधान सभा प्रभारी ) डोला महतो ( आदिवासी कुड़मी समाज ) , श्रीकांत महतो ( आदिवासी कुड़मी समाज) के विरुद्ध नामदर्ज एफआईआर किया गया। आंदोलन के दौरान मौके पर एडीएम रांची, सिल्ली बीडीओ, राहे बीडीओ, सीओ सिल्ली, रांची ग्रामीण एसपी, रांची आरपीएफ डीएसपी, मूरी आरपीएफ एएसपी के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।