Darbhanga News: जन सुराज पार्टी के वरिष्ठ नेता और दरभंगा विधानसभा से उम्मीदवार, पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर.के. मिश्रा आज सुबह टावर चौक स्थित गांधी प्रतिमा पर भगवद गीता के साथ धरना पर बैठे। यह धरना अब मिथिला के सम्मान और प्रशासनिक निष्क्रियता के खिलाफ एक ऐतिहासिक जन आंदोलन में तब्दील हो गया है।
पूर्व डीजी आर.के. मिश्रा ने कहा, “यह कोई राजनीतिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि मिथिला के स्वाभिमान और अन्याय के खिलाफ सत्याग्रह है। अगर एक पूर्व महानिदेशक के साथ दरभंगा की सड़कों पर दुर्व्यवहार हो और प्रशासन मूकदर्शक बना रहे, तो आम नागरिक कितने असुरक्षित हैं, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।”
आर.के. मिश्रा के समर्थन में कई भाजपा समर्थक भी धरना स्थल पर शामिल हुए, जिन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह धरना किसी पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ है।विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और जनप्रतिनिधि आज धरना स्थल पर एकत्रित हुए। इनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनोज भारती, भाकपा(माले) के धीरेंद्र झा “बादल” और रंजन सिंह, वीआईपी पार्टी के गोपाल सहनी और राजद नेता प्रमुख रूप से शामिल थे।
धरना स्थल पर उपस्थित नेताओं ने एक स्वर में कहा, “यह संघर्ष किसी व्यक्ति या पार्टी का नहीं, बल्कि दरभंगा के प्रत्येक नागरिक का है। अब मिथिला अन्याय और प्रशासनिक कुव्यवस्था के विरुद्ध एकजुट हो रहा है।”जन सुराज पार्टी के धरना स्थल पर उपस्थित नेताओं ने कहा, “दरभंगा की धरती पर शुरू हुआ यह आंदोलन बिहार की राजनीति को एक नई दिशा देगा। यह सत्ता की नहीं, सत्य की लड़ाई है। और अब जनता स्वयं इस संघर्ष का नेतृत्व कर रही है।”
धरना स्थल पर भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। आम जनता, सामाजिक संगठनों और युवाओं की बढ़ती भागीदारी ने इसे एक प्रभावी जन आंदोलन बना दिया। आरके मिश्रा के साथ इस वर्ष चुनाव लड़ रही जन सुराज पार्टी की हायाघाट से उम्मीदवार प्रतिभा सिंह और केवटी से उम्मीदवार बिल्टू सहनी सहित जन सुराज पार्टी के कई प्रमुख नेता मौजूद थे।
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