Darbhanga News : मिथिला स्टूडेंट यूनियन (Mithila Student Union) के द्वारा पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत सत्र 23-27 के सेमेस्टर 3 नामांकन में शुल्क बढ़ोतरी के खिलाफ कॉलेज अध्यक्ष इंद्र कुमार राज और छात्रा नेत्री तुलसी कुमारी के नेतृत्व में आक्रोशपूर्ण आंदोलन कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक किया।
जिस बात की जानकारी देते हुए एमएसयू के विश्वविद्यालय संयोजक अमन सक्सेना कॉलेज अध्यक्ष इंद्र कुमार राज व एमएसयू (Mithila Student Union) की छात्रा नेत्री तुलसी कुमारी ने कहा की कॉलेज में सेमेस्टर 3 नामांकन में मनमौजी तरीके से पैसा वसूल किया जा रहा था जबकि संगठन पिछले सेमेस्टर में आंदोलन कर 2200 रुपया का लगने वाले फीस को 1100 रुपया करवाने का काम किया था कॉलेज प्रशासन के द्वारा सेमेस्टर 3 में फीस बढ़ा कर पुनः 2 हजार रुपया कर दिया गया जिसका विरोध कॉलेज के छात्र और संगठन कर रहे थे जिसके खिलाफ सोमवार को आंदोलन का घोषणा किया गया था दिन के 11 बजे से छात्रों ने कॉलेज में जैसे ही आंदोलन करना शुरू किया।
कॉलेज के शिक्षक छात्रों के साथ गुंडा जैसा व्यवहार करने लगे आंदोलन में जबरदस्ती घुसकर छात्रों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धक्का मुक्की करने लगे अमर्यादित भाषा का उपयोग करने लगे जिसके बाद आक्रोषित छात्रों ने कॉलेज छोड़ विश्वविद्यालय के तरफ अपने आंदोलन को मोर दिया और कुलपति कार्यालय के आगे बैठ कर आंदोलन करने लगे एमएसयू के छात्र नेताओं का कहना था की सरकार के द्वारा लागू किया गया हैं की एससी-एसटी छात्र और छात्राओं का फीस स्नातक से लेकर पीजी तक निशुल्क किया गया हैं ।
लेकिन कॉलेज प्रशासन मनमौजी तरीके से गरीब छात्रों से पैसा वसूल करने का काम करते हैं जब जायज अधिकार के लिए लोकतान्त्रिक तरीके से आंदोलन करते हैं तो आंदोलन को तानासाही के बलबुते कॉलेज प्रशासन के द्वारा ख़त्म करने का प्रयास करते हैं कॉलेज का यह चोरी ऊपर से सीना जोड़ी ये मिथिला स्टूडेंट यूनियन कतई बर्दास्त नहीं करने वाला हैं जिसके बाद कुलसचिव प्रो विजय कुमार यादव और डिप्टी प्रॉक्टर प्रो कामेश्वर पासवान के पहल पर कॉलेज प्रधानाचार्य को विश्वविद्यालय बुलाया गया जहाँ छात्र पर नेता और कॉलेज प्रशासन के बिच समन्वय बनाते हुए कम से कम फीस पर नामांकन लेने पर सहमति बनाया गया मामला को शांत कर विश्वविद्यालय से आंदोलन को समाप्त किया गया।
जिसके बाद कॉलेज में मिथिला स्टूडेंट यूनियन के विश्वविद्यालय संयोजक और कॉलेज अध्यक्ष के साथ प्रधानाचार्य ने लिखित में कार्रवाई करते हुए एससी-एसटी छात्र और छात्राओं के फीस को 2 हजार से 1 हजार करने पर सहमति बनाया गया साथ ही जिस भी छात्रों से पूर्व में ज्यादा पैसा ले लिया गया हैं आवेदन देने पर उनका पैसा वापस करने पर भी सहमति बनाया गया इस बिच छात्र और शिक्षक के बिच कई बार मामला गंभीर होता रहा।
जिसके बाद छात्र और शिक्षक के बिच समन्वय बनाते हुए आंदोलन को समाप्त किया गया साथ ही संगठन ने कहा छात्रों को कॉलेज में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय तक आंदोलन भविष्य में भी किया जाएगा इस आंदोलन में सुभाष्कर राम,अनुज,अनुराधा,खुशबू,नवीना,चांदनी,चंदा,सजनी,पूजा, रितिका,रागनी,राहिला,नाजनी परवीन,नेदा,अक्सा,रत्न,मंतशा, नौशीन, रूबी,काजल,फात्मा,नीतू,पिंकी,मधु,शिवानी, नेहा,मधु,सपना,प्रियंका, गुंजा, साहिबा, रुखसार, आकृति, सीमा,चंचल, नूरसंमा,साक्षी,मेघा,नूरी,आफरीन,साजदा,सपना,मीनाक्षी,निभा,मोनू,बिभा, रेनू, रूपा,अनिशा,छोटू,हर्ष,सुमित,अमरजीत, विकाश, अजय, वसीम,रुपेश,कृष्णा, उषा,दरक्षा ,रौशनी समेत सेकरों छात्र-छात्रा शामिल थे
Also Read : Mahendra Singh Dhoni के घर में खुलने जा रहा न्युबर्ग सुप्राटेक पैथोलॉजी