Birthday Special : हम सभी जानते हैं कि कोरोना महामारी की पहली लहर में जहां पूरी दुनिया इसके संक्रमण से बचने के उपाय कर रही थी और सभी लोगों में डर का माहौल था, वहीं भारत और नेपाल की राजनीतिक व्यवस्था आपसी अंतरराष्ट्रीय सीमा विवाद में उलझी हुई थी.उस समय की तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि कोई अप्रिय घटना घट सकती है. इस विवाद से बिहार के मधुबनी जिले से लगी नेपाल की सीमा भी अछूती नहीं रही.2020 में यानी वैश्विक कोरोना संक्रमण की पहली लहर से एक साल पहले कमला नदी में आई प्रलयंकारी बाढ़ के कारण जयनगर की सीमा में कई जगहों पर नदी का तटबंध टूट गया था और बाढ़ का पानी पुल के ऊपर से बह रहा था.इस विकट स्थिति से निपटने के लिए तटबंध पुनर्निर्माण का काम चल रहा था, लेकिन अकौन्हा गांव के पास तटबंध का कुछ हिस्सा नो मेंस लैंड में होने के कारण अचानक नेपाल ने इसे रोक दिया. मामला अंतरराष्ट्रीय होने के कारण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बलडीहा और अकौनहा आकर निरीक्षण करना पड़ा. वह 2020 ई. में जून का महीना था और उसी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने कमला नदी पुल का भी निरीक्षण किया था और वहां बैराज बनाने की घोषणा की थी.
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आप पूछेंगे कि वे अपने जन्मदिन पर क्या खास लेकर बैठे थे, तो मैं आपको बता दूं कि मुख्यमंत्री के इस जयनगर दौरे से पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नए लड़के का पदार्पण होता है और साढ़े तीन साल के भीतर , वह मधुबनी जिले के सबसे लोकप्रिय पत्रकारों में से एक बन गए।हम बात कर रहे हैं मधुबनी जिले के जयनगर प्रखंड के बलडीहा गांव निवासी मनीष कुमार रोहिता उर्फ मनीष सिंह यादव की; सीएम नीतीश कुमार के दौरे के बाद ही उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में आने का फैसला किया और इसका एहसास न तो उन्हें खुद हुआ और न ही किसी और को.कि आने वाले कुछ सालों में वह पत्रकारिता में अपनी मजबूत पहचान बनाएंगे। ऐसा नहीं है कि उनकी यात्रा में कोई बाधा नहीं आई, कई षडयंत्रकारी उनकी राह में कांटे बिछाते रहे लेकिन उन्होंने हर मुश्किल को आसानी और समझदारी से पार कर लिया।कुछ ने पहले दिन से ही अप्रत्यक्ष रूप से उनका विरोध करना शुरू कर दिया, तो कुछ ने दोस्त की आड़ में उन्हें दुश्मन की तरह बदनाम करना शुरू कर दिया. इन तमाम साजिशों के बावजूद आज करीब पांच साल में ही वे खुद को मधुबनी जिले में एक मशहूर और युवा पत्रकार-सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में स्थापित कर चुके हैं.स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह अब पत्रकारिता और जनसंचार में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं।
वही आज 2 फरवरी को उनका जन्मदिवस है और सोशल मीडिया उनके जन्मदिवस पर मिल रहे बधाई संदेशों से भरा हुआ है और हर प्लेटफॉर्म पर बधाई संदेश तैर रहा है। पिछला वर्ष 2024 इनके लिए व्यक्तिगत, पारिवारिक और आर्थिक-वित्तीय लिहाज से अच्छा नहीं रहा लेकिन 2025 की शुरुआत इनके जीवन में बढ़िया हुई है और इस वर्ष वे जीवन के कई मोर्चों पर सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। वे दाम्पत्य जीवन में बँधने के साथ ही व्यावसायिक और मीडिया फील्ड में नए प्रोजेक्ट की शुरुआत कर सकते हैं।
पिंकी झा की रिपोर्ट ( मधुबनी )