Samastipur News : समस्तीपुर शहर के काशीपुर में सीरम के बैनर तले ग्रामीण चिकित्सकों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली के पूर्व सीनियर रेजिडेंट डॉ. राजेंद्र कृष्ण ने कहा कि ग्रामीण चिकित्सक स्वास्थ्य जगत के पाठक हैं। क्योंकि आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराते हैं।उन्होंने कहा कि यदि ग्रामीण चिकित्सक साधारण सावधानियां बरतें तो मरीजों की जान बचायी जा सकती है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए अस्पतालों तक पहुंचाया जा सकता है.इसके लिए उन्हें बीमारी के लक्षण जानने होंगे। इस कार्यशाला के पीछे उद्देश्य यह है कि ग्रामीण चिकित्सकों को मरीजों को होने वाली समस्याओं के बारे में बुनियादी जानकारी हो.
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उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में इलाज के दौरान यदि किसी मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही हो तो मरीज अचानक बेहोश होकर गिर जाता है.इसलिए ग्रामीण चिकित्सक को यह जानना होगा कि इसके पीछे क्या कारण है, ताकि वह प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए अस्पताल भेज सकें.
शहर की सुप्रसिद्ध बांझपन एवं प्रेजेंटेशन विशेषज्ञ डॉ. भारती कुमारी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में अक्सर ग्रामीण डॉक्टर महिलाओं को इलाज के लिए अपने घर ले जाते हैं।लेकिन अभी भी देखा जा रहा है कि महिलाएं अपनी बीमारी के बारे में खुलकर नहीं बता पाती हैं तो ऐसी स्थिति में बीमारी के लक्षणों के आधार पर उनका बुनियादी इलाज करें और बेहतर इलाज के लिए उन्हें अस्पताल भेजें।
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इससे लोगों का ग्रामीण चिकित्सकों पर भरोसा भी बढ़ेगा और मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा और उनकी जान बच सकेगी.
सीरम के प्रशासक डॉ. रमण कुमार झा ने कहा कि इस कार्यशाला के पीछे का उद्देश्य ग्रामीण चिकित्सकों का कौशल विकास करना है.पहले चरण में उन्होंने ताजपुर इलाके में रहने वाले ग्रामीण डॉक्टरों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया है. आने वाले दिनों में वे एक-एक कर समस्तीपुर जिले के सभी प्रखंडों के ग्रामीण चिकित्सकों के लिए कार्यशाला का आयोजन करेंगे.
इस मौके पर सीरम निदेशक अनुराधा कुमारी, मनीष कुमार, रजनीश कुमार, अंकेश कुमार प्रशांत कुमार आदि मौजूद थे.
समस्तीपुर जिला संवाददाता प्रमोद सिंह की रिपोर्ट