Patna News : अखिल भारतीय शौंडिक संघ और वैश्य सूरी समाज समिति समेत विभिन्न जिलों के सूरी संगठनों ने सूरी जाति को बिहार में राजनीतिक भागीदारी नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है. इन संगठनों ने बीजेपी से आग्रह किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में सूड़ी समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, अन्यथा समाज में असंतोष बढ़ सकता है.अखिल भारतीय शौंडिक संघ के अध्यक्ष प्रो रामअवतार महतो ने प्रेस वार्ता में कहा कि बिहार सरकार में सूड़ी जाति को अब तक प्रतिनिधित्व नहीं मिला है, जिससे समाज में भारी आक्रोश है.उन्होंने कहा कि बीजेपी को इस पर संज्ञान लेना चाहिए, क्योंकि बिहार की 15 से 20 विधानसभा सीटों पर सूड़ी समाज का वोट निर्णायक भूमिका निभाता है.
उन्होंने यह भी कहा कि किशनगंज, कटिहार, भागलपुर, अररिया, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, दरभंगा, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, मुंगेर, गया जैसे जिलों में सूरी जाति का एक प्रभावशाली वोट बैंक है, जो अब तक बीजेपी के समर्थन में रहा है. लेकिन अगर समाज को प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा तो यह समर्थन भी छिन सकता है.प्रो. महतो ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सूड़ी समुदाय को लगातार राजनीतिक भागीदारी दी है. राजद ने रजनी प्रसाद को राज्यसभा भेजा और रामचन्द्र पूर्वे को मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष बनाया.उन्होंने राजकुमार महासेठ, समीर महासेठ, राम प्रकाश महतो को मंत्रिमंडल में जगह देकर समाज को सम्मान दिया. कामेश्वर पूर्वे (राजद), राजकुमार पूर्वे (बाएं), नगीना देवी (लोजपा), केदार प्रसाद (राजद) जैसे कई विधायक भी सूदी समुदाय से चुने गए थे।
वहीं, दिवंगत बीजेपी नेता सुशील मोदी ने सूड़ी समुदाय के उत्थान की कोशिश की और उनके कार्यकाल में अरुण शंकर प्रसाद और अमरनाथ गामी विधायक बने. वैद्यनाथ प्रसाद और सुमन महासेठ विधान पार्षद थे.फिलहाल बीजेपी के पास सूड़ी समुदाय से सिर्फ एक विधायक अरुण शंकर प्रसाद हैं, लेकिन विधान परिषद में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.वैश्य सूड़ी समाज समिति के संभागीय अध्यक्ष सुनील गदाई ने कहा कि 26 फरवरी को हुए कैबिनेट पुनर्गठन में भी सूड़ी समाज को प्रतिनिधित्व नहीं मिला, जो गंभीर चिंता का विषय है.उन्होंने कहा कि अन्य वैश्य उपजातियों को जनसंख्या के अनुपात में राजनीतिक हिस्सेदारी मिल रही है, लेकिन सूड़ी जाति की लगातार उपेक्षा हो रही है.
प्रेस वार्ता में बिहार प्रदेश भाजपा से अनुरोध किया गया कि सरकार के विभिन्न आयोगों में रिक्त पदों पर सूड़ी जाति के नेताओं को प्रतिनिधित्व दिया जाये, ताकि उन्हें उचित सम्मान मिल सके.प्रेस वार्ता में वैश्य सुड़ी समाज समिति, दरभंगा के जिला अध्यक्ष रामनाथ पंजियार, जिला उपाध्यक्ष जयकिशुन राउत समेत कई अन्य नेताओं ने भाग लिया और भाजपा से अपील की कि अगर जल्द ही सूड़ी समाज को राजनीतिक भागीदारी नहीं दी गयी, तो भविष्य में समाज के लोग बड़ा फैसला लेने को बाध्य होंगे.