Patna 20 Mar 2025: विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर बिहार सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन विभाग के मंत्री डॉ. सुनील कुमार एवं सचिव श्रीमती बंदना प्रेयषी द्वारा किया गया।
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इस अवसर पर मंत्री ने गौरैया संरक्षण एवं पर्यावरण संवर्धन को लेकर प्रदेशवासियों को संकल्प दिलाया और ‘हर रविवार – पर्यावरण के नाम’ अभियान की शुरुआत करने का आह्वान किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे प्रत्येक रविवार को अपने परिजनों के नाम पर पौधारोपण करें और इसे एक जन आंदोलन का रूप दें।
गौरैया संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदम
कार्यक्रम के दौरान ‘नेचर एजुकेशन लाइब्रेरी’ का अवलोकन किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण व जैव विविधता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक प्रभावी माध्यम होगा। मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने गौरैया के संरक्षण और उसके महत्व पर चर्चा करते हुए कहा, “गौरैया केवल एक पक्षी नहीं, बल्कि हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें पर्यावरण के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास कराती है।”
उन्होंने बताया कि बिहार शरीफ स्थित उनके आवास पर आज भी 50 से अधिक गौरैया का झुंड नियमित रूप से आता है, जो जैव विविधता के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे गौरैया संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाएं और राज्य सरकार के 2028 तक 17% हरित आवरण के लक्ष्य को समय से पहले प्राप्त करने में योगदान दें।
गौरैया संरक्षण के लिए सुझाव
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने भी गौरैया संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इनमें प्रमुख रूप से घरों में नेस्ट बॉक्स लगाने, खुले में दाना-पानी रखने और जैव विविधता को संरक्षित करने के उपाय शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हर नागरिक इस मुहिम में सक्रिय भागीदारी निभाए, तो बिहार न केवल गौरैया संरक्षण बल्कि हरित आवरण बढ़ाने में भी मिसाल कायम कर सकता है।
‘गौरैया बिहार’ मोबाइल ऐप का हुआ शुभारंभ
इस अवसर पर ‘गौरैया बिहार’ नामक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया। यह ऐप गौरैया संरक्षण से संबंधित जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ आम नागरिकों को भी इसके संरक्षण अभियान से जोड़ने का कार्य करेगा।
गौरैया संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए ओपन थिएटर परिसर में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया, जिसमें पर्यावरण प्रेमियों, विद्यार्थियों और आम जनता ने भाग लिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने गौरैया संरक्षण का संकल्प लिया और अपने घरों एवं आस-पास के वातावरण में गौरैया के अनुकूल माहौल बनाने का वचन दिया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तित्व
इस मौके पर पद्मश्री सुधा वर्गीज, विभाग की सचिव श्रीमती बंदना प्रेयषी, PCCF (Hoff) श्री प्रभात कुमार गुप्ता, पटना जू के निदेशक श्री हेमंत पाटिल सहित विभाग के वरीय पदाधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
बिहार सरकार की यह पहल पर्यावरण संरक्षण को एक सामाजिक आंदोलन बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि हर नागरिक इस अभियान से जुड़े, तो आने वाले वर्षों में बिहार एक हरित एवं जैव विविधता से समृद्ध राज्य बन सकता है।
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