Sirmatoli Flyover : राजधानी रांची में सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर के रैंप निर्माण का विरोध थम नहीं रहा है. शुक्रवार को एक बार फिर प्रशासन और आदिवासी समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए. इधर, सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप निर्माण से जुड़े मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और उपायुक्त को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. इसके साथ ही आयोग ने नगर विकास विभाग के सचिव और रांची नगर निगम के प्रशासक को भी नोटिस जारी किया है.
वहीं रैंप निर्माण के विरोध के मामले में सत्ता पक्ष ने एक बार फिर बीजेपी को घेरने की कोशिश की है. जेएमएम ने कहा कि बीजेपी को आदिवासियों ने खारिज कर दिया है, इसलिए वह छोटी-छोटी बातों को लेकर आगे आती रहती है.झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि आशा लकड़ा राष्ट्रीय जनजातीय आयोग की सदस्य हैं. भाजपा खुलकर सामने नहीं आती, वह किसी संगठन या व्यक्ति की आड़ में काम करती है। राजधानी का विकास हो रहा है, इसलिए कई संगठन और राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं. मनोज पांडे ने कहा कि सरकार संवेदनशील है, सबकुछ ध्यान में है और जो भी करेगी, सही करेगी.
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इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता सह रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप को लेकर करीब 3 महीने से विवाद चल रहा है. सरना स्थल की 10 फीट से ज्यादा जमीन चली गयी है, इसलिए आदिवासी समुदाय के संगठन आंदोलन कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि सरना स्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. राज्य सरकार कभी नहीं चाहती कि सरना स्थल विवाद खत्म हो. राज्य सरकार चाहती तो कोई और रास्ता निकाला जा सकता था. लेकिन सरकार अपनी जीत पर अड़ी हुई है.