Ranchi: झारखंड में जेपीएससी के अभ्यर्थियों द्वारा पिछले एक सप्ताह से जारी अनिश्चितकालीन आंदोलन को शुक्रवार को एक नया मोड़ तब मिला, जब झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने उनके आंदोलन को औपचारिक समर्थन दे दिया। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष व डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो ने आंदोलनरत छात्रों को नारियल पानी पिलाकर उनका आमरण अनशन समाप्त कराया और उनकी मांगों को राज्यपाल महोदय के समक्ष उठाया।
जेपीएससी की 11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा परिणाम के प्रकाशन में हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थी जेल चौक स्थित आयोग कार्यालय के समक्ष लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि जनवरी 2024 में जारी हुई नियुक्ति विज्ञापन के बाद मार्च में प्रारंभिक परीक्षा ली गई, जिसका परिणाम 22 अप्रैल को आया। मुख्य परीक्षा 22 से 24 जून 2024 के बीच आयोजित हुई, लेकिन आयोग द्वारा जारी परीक्षा कैलेंडर के अनुसार अगस्त 2024 में आने वाला मुख्य परीक्षा का परिणाम अभी तक जारी नहीं किया गया है।
इस देरी से आक्रोशित अभ्यर्थियों ने आंदोलन शुरू किया, जिसे अब राजनीतिक समर्थन मिलने से नई ऊर्जा मिली है। डुमरी विधायक जयराम महतो ने राज्यपाल से मुलाकात कर अभ्यर्थियों की मांगों को रखा और बातचीत को सकारात्मक बताया।
वहीं संगठन के वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे पुनः शनिवार को राज्यपाल से शिष्टमंडल के साथ मुलाकात करेंगे ताकि इस मुद्दे का स्थायी समाधान निकल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मई माह के अंत तक मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी नहीं हुआ, तो जून को आंदोलन के महीने के रूप में मनाया जाएगा।
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विधायक जयराम महतो ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “चयनित अभ्यर्थियों का परीक्षाफल जल्द से जल्द प्रकाशित कर उन्हें नियुक्त किया जाए, ताकि वे राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में अपना योगदान दे सकें।”
जेपीएससी अभ्यर्थियों को अब जेएलकेएम जैसे राजनीतिक संगठन का साथ मिलने से उम्मीद है कि उनकी आवाज सरकार और आयोग तक प्रभावी रूप में पहुंचेगी और जल्द ही समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।