Samastipur: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को समस्तीपुर जिला प्रशासन और पुलिस तंत्र पर जमकर हमला बोला। खानपुर प्रखंड में एक निषाद समाज की नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म मामले में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर उन्होंने समाहरणालय का घेराव किया और समस्तीपुर के डीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा।
बता दें कि यह घटना करीब एक महीने पूर्व हुई थी, लेकिन महिला थाना में शिकायत दर्ज होने के बावजूद पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही थी। लगातार शिकायतों और जिले के वरीय अधिकारियों को फोन करने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया। इससे आक्रोशित होकर मुकेश सहनी ने 10 जून को पुलिस कार्यालय का घेराव करने की घोषणा की।
उनके इस एलान के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी ने 9 जून को खानपुर थाना में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बावजूद, मुकेश सहनी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज कर्पूरी सभागार से समाहरणालय तक पैदल मार्च निकाला। बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समाज के लोग इस मार्च में शामिल हुए।
समाहरणालय पहुंचने के बाद सहनी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और पुलिस कप्तान से मिलने की कोशिश की। लेकिन एसपी की गैरमौजूदगी और छुट्टी पर चले जाने की सूचना मिलने पर वह भड़क उठे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा:
“अगर SP साहब से जिला नहीं संभल रहा है तो उन्हें चूड़ी पहनकर घर बैठ जाना चाहिए। आने वाले तीन महीनों में सरकार बदलने वाली है, और उस वक्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो भी अधिकारी और कर्मचारी जनता के साथ अन्याय करेंगे, उन्हें सस्पेंड किया जाएगा।”
सहनी ने यह भी कहा कि निषाद समाज की बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार को उनकी पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी और हर स्तर पर न्याय के लिए संघर्ष करती रहेगी।
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इस प्रदर्शन को लेकर जिले में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वहीं, स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
इस घटनाक्रम ने न सिर्फ प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि आगामी चुनावों से पहले निषाद समाज और वीआईपी पार्टी की सक्रियता को भी नया मोड़ दे दिया है।