Shravani Fair 2025: देवघर में श्रावणी मेले का भव्य शुभारंभ बुधवार 10 जुलाई को हुआ। सावन माह के शुरुआत के साथ ही बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ने लगा है । देश भर में लाखों कांवरिए और श्रद्धालु बाबा के दरबार में जलअर्पण के लिए देवघर पहुंच रहे हैं। ऐसे में सुरक्षा और सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए उद्देश्य से जिला प्रशासन और यातायात विभाग ने ट्रैफ़िक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है।
प्रशासन के अनुसार हर रविवार सुबह 11 बजे से सोमवार रात 12 बजे तक देवघर के कुछ प्रमुख मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। यह व्यवस्था श्रावणी मेले के दौरान लागू की गई है ताकि भारी वाहनों की आवाजाही से श्रद्धालुओं की आवाजाही में किसी प्रकार की बाधा न आए।
इन रूटों पर रहेगा प्रतिबंध?
ट्रैफ़िक पुलिस द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार निम्नलिखित मार्गों पर नो एंट्री लागू रहेगी जैसे : सारठ देवघर मार्ग, जसीडीह देवघर मार्ग, मधुपुर देव गर्माहट, देवघर बैजनाथपुर मार्ग, इन रूटों पर भारी वाहनों जैसे (ट्रक, ट्रैक्टर, कमर्शियल लॉरी, डंपर आदि) की आवाजाही पूर्णत: बंद रहेगी। वैकल्पिक मार्गों से इन वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा।
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श्रावणी मेला झारखंड का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें सावन भर लाखों की संख्या में कांवरिए बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचते हैं। ख़ासकर रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। प्रशासन को आशंका है कि भारी वाहनों की आवाजाही से जाम और दुर्घटनाएं हो सकती है इसलिए यह एतिहातन फ़ैसला लिया गया है।
जिला प्रशासन के निर्देश के अनुसार विभिन्न चौक चौराहों पर अतिरिक्त ट्रैफ़िक जवानों की तैनाती की गई है। साथ ही CCTV कैमरे, ड्रोन और अन्य निगरानी साधनों से यातायात पर नज़र रखी जा रही है।
साथ ही देवघर जिला प्रशासन ने आम जनता, वाहन चालकों, व्यवसायियों से अपील की है कि वह ट्रैफ़िक नियमों का पालन करें और नो-एंट्री के समय निर्धारित मार्गों पर भारी वाहनों का संचालन न करें। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा प्रशासन की पहली प्राथमिकता है।
श्रावणी मेले के दौरान देवघर में हर रविवार-सोमवार को ट्रैफ़िक नियंत्रण के लिए विशेष व्यवस्था लागू रहेगी। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि धार्मिक आयोजन शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके।