Sonepur Mela Bihar – सोनपुर मेला (Sonepur Mela), जिसे कुम्भ मेला भी कहा जाता है, भारत के बिहार राज्य में स्थित सोनपुर शहर के पास हर साल आयोजित होने वाला एक प्रसिद्ध मेला है। यह मेला विशेष रूप से सोनपुर के हाथी मेला के लिए जाना जाता है, जहां विभिन्न प्रकार के जानवर, खासकर हाथी, घोड़े, ऊंट और बैल, खरीदी और बेचे जाते हैं। यह मेला विशेष रूप से अपने पशुओं की बिक्री और व्यापार के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहाँ पर स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, म्यूजिक, नृत्य, मेला खेल, और अन्य मनोरंजन गतिविधियाँ भी होती हैं।

इस बार सोनपुर मेला में लैला मजनू नामक पौधा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। सोनपुर मेला घूमने आए प्रेमी प्रेमिका इस पौधे को जरूर खरीदते है।
पौधों के जानकारों की मानें तो इस पौधे को घर में लगाने से दंपति के बीच लैला-मजनू जैसा प्रेम उमड़ता है। यही कारण है कि सोनपुर मेला में लगे नर्सरी में इस पौधे की जबरदस्त डिमांड है।
इस पौधे की कीमत 250 रुपए से लेकर 500 रुपये तक है। कहते हैं कि इसे घर के बाहर या अंदर लगाने से घर के सदस्यों के बीच अपनापन बना रहता है। जिस कारण मेला में आने वाले लोग इसकी जमकर खरीदारी कर रहे हैं शायद यही वजह है कि इसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है। हल्के लाल रंग का यह छोटा पौधा कॉटन की ही एक वैरायटी है। लेकिन इसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है। मेले में आने वाले नव दंपती व प्रेमी युगल इसे खासा पसंद कर रहे हैं। इस पौधे में सिर्फ पत्ते ही होते हैं। सबसे बड़ी खासियत यह है कि लैला मजनू के पौधे में लगे पत्ते उपर से बिल्कुल हरे और निचले सतह से लाल होते हैं। एक पत्ते में दो रंग देखकर हर कोई आश्चर्य व्यक्त करते हैं।

Also Read : Upendra Kumar Kushwaha के नेतृत्व में निकाला गया विजय जुलूस