Darbhanga News: दरभंगा के कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के बहेरा गांव में मंगलवार को पुरानी दुश्मनी को लेकर 33 वर्षीय मदन यादव की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. वह अपने छोटे भाई सुशील यादव की शादी की तैयारी के लिए गांव आये थे. 7 जुलाई 2025 को होनी थी शादी मदन खाद-बीज की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। उनके दो बेटे और एक बेटी है.
मदन यादव को पकड़कर गांव से करीब 500 मीटर दूर घसीटा गया और लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर और राइफल की बट से बुरी तरह पीटा गया. गंभीर हालत में उसे सीएचसी ले जाया गया, जहां से उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गयी.
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गांव के राम सकल यादव को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. थानाध्यक्ष अंकित चौधरी ने बताया कि घायल मदन यादव के कमर से एक देशी पिस्तौल भी बरामद किया गया है. घटना की जानकारी मृतक के भाई ने पुलिस को दी है, अभी तक आवेदन नहीं मिला है, आगे की कार्रवाई की जा रही है.
स्थानीय लोगों के अनुसार, जनवरी में इसी गांव के शिक्षक रामाश्रय यादव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस मामले में मदन यादव के पिता लालो यादव और भाई हीरा यादव जेल में हैं।तभी से गांव में तनाव बना हुआ है। बताया जा रहा है कि पहले से ही दोनों पक्षों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था।
मृतक के छोटे भाई सुशील कुमार यादव ने बताया कि भाई गांव गये थे, पूरा परिवार कुशेश्वरस्थान बाजार में रहता है. जिसमें गांव के ही तीन-चार आदमी हैं, जिसमें सुजीत कुमार ने लाइनिंग का काम किया है. कुछ लोगों ने उसे घर से उठा लिया और बंदूक की बट से मारकर फेंक दिया. जमीन को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा था. प्रशासन को पहले ही सूचना दे दी गई थी, लेकिन समय पर नहीं पहुंचे। इस कारण भाई की जान चली गयी.
चचेरे भाई ललित कुमार यादव ने बताया कि छोटे भाई सुशील की शादी होने वाली थी। तैयारी के लिए वह गांव गया था। उसी दौरान सुजीत को 40-50 लोग घर से खींचकर ले गया लोगों ने चारों तरफ से घेरकर ईंट, लाठी, रोड और राइफल के कुंदे से मारा। मारपीट इतनी बुरी थी कि डीएमसी में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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ये लोग पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे, जैसे ही वह घर की सफाई करने पहुंचा तो उसे खींचकर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दिया। जब तक हम प्रशासन के पास पहुंचे, उनकी हालत काफी खराब हो चुकी थी. घटना से पांच दिन पहले गांव में विरोधियों की बैठक हुई थी. विरोधी पक्ष ने गांव के किसानों को धमकी दी थी कि कोई भी व्यक्ति मदन या उसके परिवार के किसी अन्य सदस्य के खेत में काम न करे. गांव में विरोधी पक्ष के करीब 150 लोग हैं. दोनों ने मिलकर साजिश रची और हत्याकांड को अंजाम दिया.