Darbhanga: सिंहवाड़ा प्रखंड के सनहपुर पैक्स में धान अधिप्राप्ति को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पैक्स प्रबंधन पर आरोप है कि बिना वास्तविक खरीद किए ही 433 क्विंटल धान को स्टॉक में चढ़ा दिया गया। कार्यकारिणी सदस्यों ने इस गंभीर अनियमितता की शिकायत डीएम और बीडीओ से की, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
शिकायत के आधार पर सिंहवाड़ा बीडीओ विक्रम भास्कर ने 20 नवंबर को सनहपुर पैक्स के गोदाम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोदाम पूरी तरह खाली मिला। बीडीओ ने बताया कि भौतिक सत्यापन में एक भी बोरा धान नहीं पाया गया। इसके बाद बीसीओ के माध्यम से स्टॉक रजिस्टर की मांग की गई है ताकि वास्तविक खरीद और स्टॉक की स्थिति की जांच की जा सके।
उधर, निरीक्षण के बाद पैक्स पोर्टल पर दर्ज अधिप्राप्ति रिपोर्ट में भी छेड़छाड़ की गई। तेज नारायण भगत और सहदेव महतो से खरीदी दिखाए गए धान को पोर्टल से कैंसिल कर दिया गया। फिलहाल पोर्टल पर केवल पैक्स अध्यक्ष रामबालक महतो द्वारा 154 क्विंटल धान बेचे जाने का विवरण ही मौजूद है।
कार्यकारिणी सदस्यों हरिश्चंद्र मिश्र, नीरज कुमार झा, रमेश साह, मुन्त्री देवी, आशा देवी, सुबोध झा समेत कई लोगों ने आरोप लगाया कि प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक किए बिना ही धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया फर्जी तरीके से शुरू कर दी गई। उनके अनुसार पैक्स अध्यक्ष द्वारा स्वयं 155 क्विंटल धान, रामचंद्र भगत से 140 क्विंटल और सहदेव महतो से 138 क्विंटल धान अधिप्राप्ति दिखा दी गई, जबकि गोदाम में भंडारण पूरी तरह शून्य है।
सिंहवाड़ा प्रखंड में वैसे भी इस बार धान अधिप्राप्ति की गति बेहद धीमी है। किसान पैक्स के माध्यम से बेचने के बजाय सीधे व्यापारियों को नकद में धान बेच रहे हैं। ऐसे में सामने आया यह फर्जीवाड़ा पैक्स प्रणाली की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। प्रशासन मामले की विस्तृत जांच कर रहा है।
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