Ranchi: रांची विश्वविद्यालय से हाल ही में सेवा समाप्त किए गए शिक्षकेत्तर कर्मियों के पुनः समायोजन की मांग को लेकर आज विश्वविद्यालय के कुलपति कॉन्फ्रेंस हॉल में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक JLKM केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो के नेतृत्व में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच करीब तीन घंटे तक चली।
बैठक में मजिस्ट्रेट मोहम्मद जफर हसनाथ (कार्यपालक दंडाधिकारी, सदर रांची) की उपस्थिति में कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिंहा, कुलसचिव डॉ. गुरु चरण साहू, वित्तीय सलाहकार अजय कुमार, प्रॉक्टर डॉ. मुकुंद मेहता, और लीगल सेल इंचार्ज डॉ. बी. आर. झा जैसे उच्चाधिकारी मौजूद थे।
देवेंद्र नाथ महतो ने बैठक में एक सूत्री मांग रखते हुए कहा कि “सेवा समाप्त किए गए सभी कर्मियों का पारिवारिक जीवन संकट में है, इसलिए मानवता के आधार पर सभी को पुनः कार्य में समायोजित किया जाए।” उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से यह अपील की कि वे कर्मियों की सेवा बहाली पर गंभीरतापूर्वक विचार करें।
इस पर कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिंहा ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए कहा कि सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों से कार्यरत कर्मियों की रिपोर्ट, रिक्त पदों का विवरण, तथा विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थिति की जानकारी लेकर समायोजन की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी 13 मई 2025 को एक और बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें इस विषय पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
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इस बैठक में JLKM जिला अध्यक्ष आलोक उरांव, संतोष साहू, प्रवीण उपाध्याय सहित कुल 10 सेवा समाप्त कर्मी भी उपस्थित थे। बैठक का माहौल शांतिपूर्ण और सकारात्मक रहा, जिससे कर्मियों में आशा की किरण जगी है कि जल्द ही उन्हें पुनः कार्य पर बहाल किया जा सकता है।