Madhubani: मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड में गुरुवार को आंगनवाड़ी सेविकाओं ने अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना दिया। प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के आह्वान पर आयोजित इस धरना प्रदर्शन में सेविकाओं और सहायिकाओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
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धरने का नेतृत्व संघ की प्रखंड उपाध्यक्ष बबीता देवी ने किया। उन्होंने सरकार पर आंगनबाड़ी कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। सेविकाओं ने मांग की कि गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन कार्य के लिए उन्हें टैबलेट दिया जाए। इसके अलावा, गुजरात उच्च न्यायालय के निर्णय के आधार पर आंगनबाड़ी कर्मियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए और सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी का लाभ प्रदान किया जाए।
सेविकाओं ने यह भी मांग की कि पोषण ट्रैक पर काम करने के लिए उन्हें 5G मोबाइल फोन उपलब्ध कराया जाए और उसके रिचार्ज के लिए सालाना 5000 रुपये दिए जाएं। इसके अलावा, एफआरएस के तहत टीएचआर कराने के आदेश को निरस्त करने और पोषाहार सामग्री की आपूर्ति बाजार दर पर सुनिश्चित करने की मांग भी की गई।
धरने में वीणा कुमारी, उषा कुमारी, ममता कुमारी, सुमन कुमारी, वीणा दास, समा प्रवीण, मुमिना खातून, रेखा कुमारी, प्रमिला कुमारी, लीला कुमारी, राधा कुमारी, मैथिली कुमारी, सुनैना कुमारी और बबीता देवी समेत कई सेविकाएं मौजूद रहीं।
Madhubani में आंगनवाड़ी सेविकाओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगी।
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सुमित कुमार राउत की रिपोर्ट











