Ayushman Card : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने में तेजी लाने को लेकर सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने पत्र जारी कर निर्देश जारी किया है. गौरतलब है कि 22 फरवरी को जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में सभी प्रभारी अधीक्षकों, उपाधीक्षकों एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए लगातार अभियान चलाना जरूरी है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में 40 लाख लोगों का कार्ड बनाया जाना है, जिसके विरुद्ध अब तक 15 लाख (करीब 38%) लोगों का ही कार्ड बन सका है.
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनवाएं या आशा कार्यकर्ता पात्र लाभार्थियों को वसुधा केंद्र और सरकारी स्वास्थ्य संस्थान के डिजिटल काउंटर पर ले जाएं और आयुष्मान कार्ड बनवाएं। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी कार्य से लेकर जिला स्तरीय डिजिटल काउंटर कियोस्क पर कम से कम 30% लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनवाएं। वही कॉमन सर्विस सेंटर के लिए अपने सेंटर का आयुष्मान कार्ड वीएलई से बनवाएं। उन्होंने कहा कि पात्र लाभार्थी स्वयं भी आयुष्मान एप डाउनलोड कर कार्ड बना सकते हैं। डीपीसी कुमार प्रिय रंजन ने बताया कि जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लक्ष्य के अनुरूप मिशन मोड में काम करने का निर्देश दिया है. जिले में लगातार जागरूकता के साथ शिविर लगाकर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। पिछले 30 दिनों में कार्ड बनाने में जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर है।
बुजुर्ग लोग सालाना 5 लाख रुपये का अलग से इलाज करा सकेंगे:
कुमार प्रिय रंजन ने बताया कि जो परिवार पहले से ही आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर हैं, वे बुजुर्गों का सालाना 5 लाख रुपये से अलग से इलाज करा सकेंगे. इनमें 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग सालाना 5 लाख रुपये का अलग से इलाज करा सकेंगे. यानी जिन परिवारों को पहले आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा था, उन्हें अब 10 लाख रुपये तक का कवर मिलेगा. यदि किसी परिवार में दो बुजुर्ग हैं तो यह सुविधा दोनों के बीच संयुक्त रूप से मिलेगी।