रांची: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बाइसारन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले के खिलाफ पूरे देश में रोष है। मंगलवार को हुए इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना से आहत राजधानी रांची के लोगों ने बुधवार को एकजुट होकर कैंडल मार्च निकाला और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
यह कैंडल मार्च “झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा” के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व संगठन के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो ने किया। मार्च जिला स्कूल से प्रारंभ होकर अल्बर्ट एक्का चौक तक गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में आम नागरिक, राजनीतिक कार्यकर्ता और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
मार्च के दौरान ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’, ‘भारत माता की जय’ जैसे गगनभेदी नारे लगाए गए। शहीद पर्यटकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद देवेंद्रनाथ महतो ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “यह एक गंभीर सुरक्षा चूक है। सरकार को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए और जिम्मेदारी लेनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर सरकार और केंद्र सरकार को आपसी मतभेद भुलाकर मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना होगा।”
पहलगाम पर महतो ने यह भी मांग की कि मृतकों के परिजनों को न्याय मिले और घायलों के लिए समुचित राहत एवं पुनर्वास की व्यवस्था की जाए।
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इस मार्च में संगठन के जिला अध्यक्ष आलोक उरांव, पार्वती देवी, संजय कुमार, अयूब अली, जितेंद्र महतो, पप्पू कुर्मी, रविंद्र कुमार दीपक, चंदन रजक, संतोष कुमार, राजीव महतो समेत कई अन्य पदाधिकारी और बड़ी संख्या में आम लोग उपस्थित थे।
कैंडल मार्च के माध्यम से रांचीवासियों ने यह संदेश दिया कि आतंक के खिलाफ देश एकजुट है और शहीदों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी।




















