Crypto investment scams : दरभंगा पुलिस ने फर्जी क्रिप्टो करेंसी के नाम पर WEFALC कंपनी बनाकर 1 करोड़ 16 लाख रुपये की ठगी कर फरार चल रहे मधुबनी जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र के चहुंटा गांव निवासी नितेश कुमार झा को गिरफ्तार कर लिया है. साइबर पुलिस ने उसे पटना के कंकड़बाग जिले से गिरफ्तार किया है. यह जालसाज दो साल से पुलिस की नजरों से फरार था। आखिरकार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरभंगा साइबर थाने के डीएसपी राहुल कुमार ने बताया कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी है.
इस मामले को लेकर 2023 में विवेकानंद झा महाराज ने दरभंगा के साइबर थाने में कांड संख्या 98/23 देकर साइबर ठगी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी में यह कहा गया है कि साइबर ठगों ने पहले पीड़ित को 24 घंटे में पैसा दोगुना करने और सात महीने में चार गुना करने का दावा कर एक करोड़ 16 लाख रुपये की ठगी की थी. इसमें दो लोगों को आरोपी बनाया गया था
जिसमें बेगूसराय जिले के चकिया थाना क्षेत्र के अमरपुर गांव निवासी अजय कुमार राय और मधुबनी जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र के चहुंटा गांव निवासी नीतीश कुमार झा को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. साइबर धोखाधड़ी के मामले में दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420/379/467/471/504/34 और आईटी एक्ट की धारा 66 डी लगाई गई थी. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद साइबर थाना पुलिस एक आरोपित अजय कुमार राय को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. अब दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ की जा रही है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी नीतीश झा और उसके पार्टनर अजय राय ने ‘वेलफेयर’ नाम से फर्जी कंपनी बनाई थी. इस कंपनी के जरिए ये दोनों लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सिर्फ एक साल में उनका पैसा चार गुना करने का झांसा देते थे। इनके झांसे में मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर जिले के सैकड़ों लोग आ गये और भारी मात्रा में पैसा निवेश कर दिया.
जांच में पता चला कि दोनों आरोपियों ने कैश और बैंक ट्रांसफर के जरिए करीब 1 करोड़ 16 लाख रुपये जुटाए. कुछ देर तक बहाना बनाने के बाद दोनों आरोपी कंपनी बंद कर भाग गए। इस संबंध में साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी जैसी फर्जी कंपनी WEFALC बनाकर एक व्यक्ति से 1 करोड़ 16 लाख रुपये की ठगी की गयी है. इसमें दो लोगों को आरोपी बनाया गया था. जिसमें एक अजय कुमार राय की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी थी. वहीं दूसरे आरोपी नीतीश कुमार झा के पटना में होने की जानकारी मिलते ही टीम भेजकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ की जा रही है.
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