Uttrakhand Cloudburst : उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली प्राकृतिक आपदा घटी। खीर गंगा क्षेत्र में बादल फटने की वजह से अचानक भारी मात्रा में पानी और मलबा पहाड़ से नीचे आया। यह पूरा घटनाक्रम मात्र 34 सैकेंड में हुआ, जिसने गांव की पूरी तस्वीर बदल दी।
तेज़ रफ़्तार से आया मलबा और पानी का सैलाब नदी किनारे बसे धराली गांव को बुरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया। कई घायल ज़मींदोज़ हो गए और पूरा गांव मलबे में दब गया। अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
मौक़े पर NDRF, SDRF और सेना की टीम पहुंच चुकी है। राहत और बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं । इसके साथ ही क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
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वहीं घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने उत्तरकाशी इलाक़े में अलर्ट जारी कर दिया है और आस पास के क्षेत्रों को ख़ाली कराया जा रहा है। लगातार हो रही बारिश और दुर्गम पहाड़ी इलाक़ा राहत कार्यों में बड़ी चुनौती बन रहा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफ़वाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें।
राज्य सरकार ने भी घटना का संज्ञान लिया है और सभी आवश्यक संसाधनों को जुटाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
यह घटना एक बार फिर दर्शाता है कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में मॉनसून के दौरान प्राकृतिक आपदाओं का ख़तरा किस क़दर बढ़ जाता है। लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य के अन्य ज़िलों में भी भूस्खलन और बादल फटने की आशंका बनी हुई है। सरकार और प्रशासन सतर्क है लेकिन इस तरह की घटनाएं तैयारी की सीमाओं को चुनौती देती है।



















