Uttrakhand News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में मंगलवार को भारी तबाही मच गई जब हर्षिल घाटी क्षेत्र में तीन अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आईं। सबसे गंभीर उत्तरकाशी के धराली गांव के पास खीरगंगा नदी क्षेत्र में हुई, जहां बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ और मलबे के कारण कई मकान और होटल तबाह हो गए। अब तक कई लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी हैं, जबकि कई अन्य लापता बताए जा रहे हैं।
सेना कैंप में तबाही 9 जवान अब भी लापता
ख़बरों के मुताबिक़ खीरगंगा नदी में अचानक बढ़े जलस्तर और साथ आए मलबे ने ना सिर्फ़ ग्रामीण इलाकों को प्रभावित किया, बल्कि गंगोत्री हाईवे का एक बड़ा हिस्सा भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
इसके साथ ही हर्षिल हेलीपेड और वहां मौजूद आर्मी कैंप का कुछ हिस्सा भी सैलाब की चपेट में आ गया है। सेना के क़रीब 11 जवानों के लापता होने की आशंका जताई गई थी, लेकिन राहत बचाव कार्य के दौरान 2 जवानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। जबकि अभी भी 9 जवानों के लापता होने की आशंका बनी हुई है।
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि प्रभावित यूनिट की टीम पूरी दृढ़ता और समर्पण के साथ बचाव कार्य में लगी हुई है। अब तक कुल 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। सेना द्वारा अतिरिक्त टुकड़ियां भी राहत कार्यों में भेजी जा रही हैं।
इस घटना के दौरान स्थानीय प्रशासन NDRF, SDRF और सेना की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास जारी है। भारी बारिश के कारण हवाई सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं और दुर्गम इलाकों तक पहुंचने में बाधा आ रही है। राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय निगरानी समिति गठित करती है और मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
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तेलगाड़ में मलबा झील बनी, गांवों को ख़तरा
स्थानीय प्रशासन व समाधान चंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक़ खीरगंगा नदी के उफान के कारण तेलगाड़ में जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे भारी मात्रा में मलबा सेना कैंप के सामने आ गया। हर्षिल हेलीपेड के पास मलबा एकत्र होने से वह अस्थायी झील बन गई है, जिससे आस पास के इलाकों में ख़तरा और बढ़ गया है।
भागीरथी नदी उफान पर अलर्ट जारी
भागीरथी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अब ये ख़तरे के निशान को पार कर चुकी है। जिला प्रशासन ने उत्तरकाशी भड़वा कड़ी और टुंडा सहित तमाम नदी किनारे बसे क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया है। लोक को सुनिश्चित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई और यात्रियों को फ़िलहाल सुरक्षित स्थानों पर रोकने का आदेश दिया गया है।
प्राकृतिक आपदा के कारण हर्षिल घाटी में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, और लगातार हो रही बारिश से स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे पहाड़ी इलाकों की यात्रा फ़िलहाल न करें और सतर्क रहे।