Covid-19 JN.1 Variant: एशिया में पिछले कुछ हफ्तों में Covid -19 मामलों में वृद्धि देखी गई है। हांगकांग और सिंगापुर जैसे बड़े शहरों में मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। हांगकांग के सेंटर फॉर हेल्थ प्रोटेक्शन के अनुसार, वायरस काफी सक्रिय है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से नई बूस्टर वैक्सीनेशन लेने का आग्रह किया है।
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मामलों में वृद्धि की वजह कम होती प्रतिरक्षा हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद वायरस के प्रसार में कोई वृद्धि नहीं हुई है। भारत में भी मामलों में वृद्धि देखी गई है, महाराष्ट्र में एक सप्ताह में सक्रिय मामलों की संख्या 12 से बढ़कर 56 हो गई है। देश में वर्तमान में 257 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से अधिकांश केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में हैं।
क्या है जेएन.1 स्ट्रेन?
जेएन.1 स्ट्रेन ओमिक्रॉन परिवार का एक वंशज है, जो एशिया में मामलों की वृद्धि के पीछे का कारण माना जा रहा है। सिंगापुर के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, जेएन.1 के वंशज एलएफ.7 और एनबी.1.8 तेजी से फैल रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जेएन.1 स्ट्रेन को “वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” की श्रेणी में रखा है, लेकिन इसे अभी तक “वैरिएंट ऑफ कंसर्न” नहीं माना गया है। संगठन ने कहा है कि जेएन.1 स्ट्रेन से वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम कम है।
जेएन.1 स्ट्रेन के लक्षण
जेएन.1 स्ट्रेन के लक्षण आम तौर पर हल्के होते हैं और इसमें बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान और मांसपेशियों में कमजोरी शामिल हो सकते हैं। कुछ मामलों में, इस स्ट्रेन के कारण भूख न लगना और उल्टी भी हो सकती है। लक्षण आमतौर पर 4-5 दिनों में ठीक हो जाते हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से एहतियाती उपाय करने का आग्रह किया है, जैसे कि नियमित रूप से हाथ धोना, मास्क पहनना और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना। भारत में स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति पर नजर रखने के लिए कदम उठाए हैं और लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए हमें सावधानी बरतनी होगी और सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। आइए हम सभी मिलकर इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए काम करें और अपने आसपास के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
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