Darbhanga: मनीगाछी प्रखंड के भंडारिसम मकरंदा स्थित वाणेश्वरी भगवती स्थान में हुई चोरी को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU) ने प्रशासन की निष्क्रियता और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर कड़ा विरोध जताया है। इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें MSU के सेनानियों समेत स्थानीय लोगों ने भारी संख्या में भाग लिया।
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बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय प्रवक्ता आदित्य मंडल ने की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने पहले थाना घेराव के दौरान एक सप्ताह का समय मांगा था, लेकिन बीस दिन बीत जाने के बाद भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि 20 मार्च तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तो उसी दिन से वाणेश्वरी भगवती प्रांगण में आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
आस्था और न्याय की लड़ाई
बैठक में उपस्थित धर्माचार्यों और संगठन के नेताओं ने प्रशासन की निष्क्रियता की कड़ी आलोचना की। पुजारी प्रवीण पाठक और मुकेश पाठक ने कहा, “यह सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि हमारा संकल्प है। यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन की अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा।”
मिथिलावादी नेता अशोक सिंघानिया ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो नेता जनता की आवाज बनने का दावा करते हैं, वे इस गंभीर मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।” वहीं, प्रखंड अध्यक्ष अजय कुमार साहू ने जनता से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, “अब जनता ही अपने हक और न्याय के लिए लड़ेगी। हमें अपने धर्म, आस्था और न्याय के लिए संघर्ष करना होगा।”
आंदोलन की अगली रणनीति
बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि जल्द ही प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए, तो बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ा जाएगा। इसमें सड़क जाम, सरकारी तंत्र ठप करने जैसी रणनीतियों को अमल में लाया जाएगा।
इस बैठक में प्रमुख रूप से MSU पंचायत अध्यक्ष मनीष कुमार झा, निखिलेश झा, सूरज झा, मुरारी झा, आदित्य मंडल, गिरधारी झा, सोनू झा, देवचंद्र झा, अजय कुमार साहू, सुमित माउबहटिया, परमानंद यादव, राकेश मिश्रा, रणधीर झा, मुकेश यादव, राजा मेहता, बैजू माली, संजीव झा, रमेश बाबा, सुमन यादव, नन्हे झा, गुलशन झा, अशोक राय, अशोक सिंघानिया, कमलेश मंडल और प्रकाश मंडल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
आदित्य मंडल ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन इस मामले को दबाने की कोशिश करता है, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ वाणेश्वरी भगवती स्थान की नहीं, बल्कि आस्था और न्याय की लड़ाई है। हम इसे हर हाल में जीतेंगे!” अब देखना यह होगा कि प्रशासन 20 मार्च से पहले कोई ठोस कदम उठाता है या फिर यह आंदोलन और तेज होगा।
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