Darbhanga News: मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU) की एक महत्वपूर्ण बैठक डुमरी स्थित के.डी. हाउस में आयोजित हुई, जिसमें बड़ी संख्या में मुख्य कार्यकर्ता, पंचायत स्तरीय प्रतिनिधि और गौराबौराम विधानसभा क्षेत्र के छात्र नेता शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्या भूषण ने की, जबकि राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बैठक में मिथिला राज्य आंदोलन, क्षेत्रीय अस्मिता, संगठन विस्तार और जनसंपर्क अभियान पर विस्तृत चर्चा हुई। सभी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में घोषणा की, “अब मिथिला की राजनीतिक चेतना को जगाने का समय आ गया है।
मिथिला को उसके संवैधानिक अधिकार मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।” अपने प्रेरक संबोधन में, राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्या भूषण ने कहा, “आगामी विधानसभा चुनाव में जीत या हार का फैसला अब दिल्ली या पटना नहीं, बल्कि मिथिलावासी स्वयं करेंगे। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर वोट मिथिला के मुद्दों पर पड़े। मिथिला के युवा अब दर्शक नहीं, बल्कि निर्णयकर्ता होंगे।” उन्होंने आगे कहा कि मिथिला स्टूडेंट यूनियन न केवल एक छात्र संगठन है, बल्कि सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक न्याय के पुनर्जागरण की आवाज़ भी है।
संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता हर गाँव और मोहल्ले में जाकर यह संदेश फैलाएगा कि मिथिला राज्य ही विकास का सच्चा मार्ग है। महासचिव श्री वीरेंद्र कुमार ने कहा, “संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में जनजागरण का माध्यम बने. सच्ची प्रतिबद्धता मिथिला आंदोलन को जन-जन तक पहुँचाने में है। हम केवल नारे नहीं देंगे, बल्कि एक ठोस जनांदोलन की ज़मीन तैयार करेंगे।” बैठक में विधानसभा स्तरीय अभियान समिति के गठन, युवाओं की भागीदारी, सोशल मीडिया टीम को मज़बूत करने और आगामी जनसंवाद यात्रा की रूपरेखा पर भी चर्चा हुई।
अंत में, सभी मुख्य कार्यकर्ताओं ने मिथिला राज्य की पुनर्स्थापना और मिथिला विकास बोर्ड की स्थापना के अपने संकल्प को दोहराया और एकता, अनुशासन और जनसेवा की भावना से काम करने का संकल्प लिया। इस बैठक में प्रदेश सचिव नवीन सहनी, प्रखंड अध्यक्ष शिवम प्रणव, विश्वविद्यालय प्रवक्ता नारायण मिश्रा, अमित चौधरी, सुधीर शर्मा, कृष्णा यादव, मो कलाम, प्रदीप यादव, कुंदन राय सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।












