Darbhanga News : मिथिलांचल के लिए गौरव की बात है कि दरभंगा निवासी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी देवेन भारती को मुंबई का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरे दरभंगा और मिथिलांचल क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है।
मुंबई पुलिस के विशेष कमिश्नर से पुलिस कमिश्नर तक का सफर
देवेन भारती महाराष्ट्र कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे वर्ष 2023 से मुंबई पुलिस के स्पेशल कमिश्नर के रूप में कार्यरत थे। यह पद महायुति सरकार द्वारा विपक्ष की आलोचनाओं के बीच बनाया गया था। इससे पहले वे पुलिस में जॉइंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) और एटीएस प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं।
उनकी नियुक्ति वर्तमान पुलिस कमिश्नर विवेक फणसालकर के सेवानिवृत्त होने के बाद की गई है। फणसालकर 35 साल की सेवा के बाद बुधवार को रिटायर हुए।
26/11 हमले में देवेन भारती ने निभाई अहम भूमिका
देवेन भारती की गिनती देश के सबसे कुशल और सख्त पुलिस अधिकारियों में होती है। मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के बाद, उन्होंने मुख्य आरोपी अजमल कसाब को फांसी दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी।
दरभंगा से लेकर दिल्ली तक का सफर
दरभंगा नगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर मोहल्ला निवासी देवेन भारती बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दरभंगा में हुई, फिर माध्यमिक शिक्षा नेतरहाट (झारखंड) से पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातक किया और ज्योग्राफी में डबल एमए किया। दूसरे प्रयास में ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर आईपीएस सेवा जॉइन की।
देवेन भारती की भाभी आभा भारती ने जताया गर्व
देवेन भारती की भाभी आभा भारती ने कहा, “देवेन बचपन से ही पढ़ाई में बहुत अच्छे थे। उन्होंने हमेशा परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। मुंबई का पुलिस कमिश्नर बनना पूरे परिवार के लिए गर्व की बात है। जब घर का कोई बच्चा इतना बड़ा पद संभालता है, तो खुशी शब्दों में बयां नहीं की जा सकती।” उन्होंने बताया कि तीन साल पहले वे दरभंगा में एक पारिवारिक शादी में शामिल हुए थे। देवेन भारती हमेशा पारिवारिक आयोजनों में शामिल होने की कोशिश करते हैं और हर कठिन समय में साथ खड़े रहते हैं।
आगे डीजी प्रमोशन प्रस्तावित
वर्तमान में वे एडीजी रैंक के अधिकारी हैं और अगस्त 2025 में डीजी रैंक में प्रमोशन प्रस्तावित है। उनका रिटायरमेंट वर्ष 2028 में तय है। देवेन भारती की यह उपलब्धि पूरे बिहार, विशेषकर मिथिलांचल के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके संघर्ष और सफलता की कहानी यह दिखाती है कि संकल्प और मेहनत से कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है।