Nalanda News: नालन्दा के जिलाधिकारी कुन्दन कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिलाव का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का व्यापक एवं गहन मूल्यांकन किया। इस मौके पर उन्होंने साफ-सफाई, दवा आपूर्ति, डॉक्टरों की उपस्थिति, आपातकालीन सेवाएं और मरीजों की संतुष्टि जैसे कई महत्वपूर्ण पहलुओं का बारीकी से अवलोकन किया.
उन्होंने अस्पताल परिसर, वार्ड, ओपीडी कक्ष, शौचालय, दवा वितरण केंद्र सहित अस्पताल के अन्य हिस्सों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य प्रबंधक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने कहा, “स्वच्छ वातावरण मरीजों के त्वरित उपचार में मदद करता है और यह अस्पताल के कामकाज का एक बुनियादी हिस्सा होना चाहिए।”
जिलाधिकारी ने जीवन रक्षक दवाओं की सूची की जांच की तथा स्टोर रूम का निरीक्षण कर दवाओं की उपलब्धता का जायजा लिया. जिसमें 288 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध थीं। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी आवश्यक दवाएं हमेशा पर्याप्त मात्रा में स्टॉक में रखी जाएं। ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि दवाओं का भंडारण निर्धारित तापमान और सुरक्षित स्थिति में किया जाना चाहिए।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि एक्सपायर्ड दवाओं का नियमित रूप से ध्यान रखा जाए और किसी भी हालत में मरीजों को एक्सपायरी दवाएं न दी जाएं.
प्रसव कक्ष के निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित नर्स से मुलाकात कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान कर उन्हें हायर सेंटर भेजने की तैयारी पहले से ही कर ली जाए। कुछ महिलाओं ने बताया कि वे यूडीआइडी कार्ड बनवाने आयी हैं, जिलाधिकारी ने उनसे कहा कि वे सभी आइडी कार्ड बनवाकर ही जाएं.
उन्होंने अस्पताल में इलाज के लिए आये मरीजों से सीधा संवाद किया. उन्होंने उनसे पूछा कि उन्हें इलाज मिलने में कितना समय लगता है, स्टाफ का व्यवहार कैसा है और दवाएं समय पर मुफ्त मिल रही हैं या नहीं। अधिकांश मरीजों ने स्वास्थ्य केंद्र की सेवाओं से संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों के निबंधन में तेजी लायी जाये तथा दवा वितरण व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी एवं सुलभ बनाया जाये.
निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने अस्पताल के अभिलेख संधारण, मरीजों के पंजीकरण एवं टीकाकरण कार्यक्रम को स्वयं देखा. कुछ विभागों में रिकार्ड अपडेट करने में लापरवाही बरती जा रही है। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कड़ी फटकार लगाई और निर्देश दिया कि सभी रजिस्टरों को नियमित रूप से अपडेट किया जाए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर कोई भी जानकारी तुरंत उपलब्ध करायी जा सके.
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उन्होंने कहा, “प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता आम जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों की नियमित निगरानी की जाएगी और जहां भी लापरवाही मिलेगी, संबंधित कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, प्रशिक्षु समाहर्ता, अपर समाहर्ता आपदा, अनुमण्डल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, चिकित्सक, स्वास्थ्य प्रबंधक, एमओआईसी आदि उपस्थित थे।
संजीव कुमार बिट्टु नालंदा