Darbhanga News: देवघर मंदिर में सात फेरे लेने के कुछ दिन बाद एक युवती न्याय की गुहार लगाते हुए दरभंगा की सड़कों पर भटकती हुई मिली. मामला चौंकाने वाला है. देवघर जिला अंतर्गत मोहनपुर थाना क्षेत्र के बसघुटिया गांव निवासी चंद्रावती कुमारी उर्फ छोटिया का कहना है कि फेसबुक पर दोस्ती प्यार और फिर शादी में बदल गयी, लेकिन अब वह पूरी तरह से असहाय है.
पीड़िता के मुताबिक 11 जुलाई को फेसबुक पर उसकी दोस्ती समस्तीपुर जिले के एक युवक आशीष यादव से हुई. कुछ ही दिनों में दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और 24 जुलाई को दोनों ने देवघर मंदिर परिसर में शादी कर ली. शादी के तीन दिन बाद 27 जुलाई को युवक उसे लेकर दरभंगा चला गया, जहां लहेरियासराय थाना क्षेत्र के केएम टैंक मोहल्ले में किराये के कमरे में रहने लगा.
चंद्रावती का आरोप है कि आशीष ने कहा था कि वह यहीं काम करेगा, यहीं रहेगा और जब घर से बुलाएगा तो समस्तीपुर चला जायेगा. लेकिन 2 अगस्त की सुबह आशीष ‘दो मिनट में आता हूं’ कहकर निकला और फिर वापस नहीं लौटा. पीड़िता का कहना है कि उसे आशीष के गांव या घर का सही पता भी नहीं पता, वह सिर्फ इतना जानती है कि वह समस्तीपुर जिले का रहने वाला है.
लड़की को बेबसी की हालत में दरभंगा की सड़कों पर भटकता देख डायल 112 की पुलिस टीम ने उसे संरक्षण में लिया और लहेरियासराय महिला थाने ले गई, जहां उससे पूछताछ की गई. यह घटना एक बार फिर सोशल मीडिया पर बनने वाले रिश्तों की हकीकत और जल्दबाजी में लिए गए फैसलों पर सवाल उठाती है. फिलहाल पुलिस और महिला हेल्पलाइन संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रही है और युवक की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है.
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