Patna News : वन नेशन वन इलेक्शन चुनाव अभियान के प्रदेश संयोजक व पूर्व विधान पार्षद प्रो रणबीर नंदन (Prof. Ranbir Nandan) ने सोमवार को कहा कि देश में बार-बार चुनाव होने से छात्रों का भविष्य प्रभावित होता है. उनके रोजगार और देश के विकास के लिए जमा किया गया पैसा बार-बार चुनावों में बर्बाद होता रहता है। साथ ही बार-बार चुनाव होने के कारण शिक्षकों को मतदाता सूची पुनरीक्षण और चुनाव कार्य में जाने के कारण स्कूल-कॉलेजों में बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है.
प्रो. रणबीर नंदन टीपीएस कॉलेज, पटना में “एक राष्ट्र एक चुनाव” विषय पर आयोजित छात्र-शिक्षक-कर्मचारी परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे. प्रो. नंदन ने कहा कि देश में बार-बार चुनाव होने से देश की जनता को परेशानी हो रही है और आचार संहिता के कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं.प्रो. नंदन ने कहा कि आजादी के बाद 1952 से 1967 तक लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव होते रहे. लेकिन एक खास पार्टी के कारण देश में बार-बार चुनाव की स्थिति पैदा होती रही.
उन्होंने बताया कि 1998 के लोस चुनाव में 9 हजार करोड़, 1999 के लोकसभा चुनाव में 10 हजार करोड़, 2009 के लोस चुनाव मे 20 हजार करोड़, 2014 के लोस चुनाव में 30 हजार करोड़, 2019 के लोस चुनाव में 60 हजार करोड़ व 2024 के लोकसभा चुनाव में एक लाख 20 हजार करोड़ खर्च हुए। अगर ये पैसा बचता है तो युवाओं के रोजगार व देश के विकास में खर्च होगा। इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे टीपीएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि वह सारी बाधाओं को दूर कर पूरे देश में जल्द से जल्द लोकसभा व विधानसभा चुनाव कराये। उन्होंने कहा कि यह परिचर्चा अपने आप में ऐसा कार्यक्रम है जहां उनके कॉलेज के छात्र-छात्राएं, शिक्षक व कर्मचारी एकजुट होकर चिंतन कर रहे हैं।
इस परिचर्चा कार्यक्रम का संचालन छात्र नेता अंकित तिवारी, स्वागत शिवम परासर व धन्यवाद ज्ञापन मनीष कुमार ने किया। इस मौके कॉलेज के शिक्षक विजय कुमार सिन्हा, अबु बकर रिजवी, प्रो मनोज कुमार, प्रो व्यंकटेश कुमार, कर्मचारी संघ के दीपक कुमार, भाजपा नेता सुनील सेवक, मधु सिंह,अविनाश कुमार , सुनील कुमार, चंदन सिंह, रोहित सिंह, सुमन सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षक छात्र व कर्मचारियों ने संबोधित किया।