Darbhanga News: दरभंगा जिला अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग NH-27 के किनारे अवस्थित गायहुमी शिवधारा बाजार समिति एक बार फिर अपनी सांस्कृतिक धाक जमाने को तैयार है। हर साल की तरह इस बार भी खास थीम पर आधारित भव्य और आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण किया गया है. शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर पूजा समिति द्वारा बनाए गए पूजा पंडाल में दो लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ही करीब सात सौ समिति सदस्यों को तैनात किया गया है.
स्थानीय बाजार समिति और समाज के लोगों के सामूहिक प्रयास से तैयार इस पंडाल की थीम इस साल ‘चार धाम’ रखी गई है. इसके तहत हिंदू धर्म के चार पवित्र तीर्थ स्थलों गंगोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमनोत्री के दर्शन पंडाल में ही किए जा सकेंगे। इन मंदिरों की सुंदर प्रतिकृतियों ने पूरे पंडाल को एक अलग आध्यात्मिक आभा प्रदान की है। इस पूरे चार धाम पंडाल के मध्य में ‘शिवलोक’ स्थापित किया गया है।
जो दर्शकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है. भगवान शिव की इस दुनिया की भव्यता और कलात्मकता हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रही है। समिति के अध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा कराने के लिए जो पंडाल बनाया गया है, वह बिल्कुल चारधाम जैसा ही दिखता है. इस पंडाल के निर्माण के पीछे समिति का उद्देश्य उन लोगों की मदद करना था जो किन्हीं कारणों से चार धाम यात्रा नहीं कर पाए हैं।
वे यहां आकर दर्शन कर सकते हैं. पंडाल के अंदर प्रवेश करते ही सबसे पहले आप बद्रीनाथ, फिर यमनोत्री, फिर केदारनाथ और अंत में गंगोत्री के दर्शन करेंगे। पंडाल निर्माण के लिए कुछ मजदूर मुजफ्फरपुर के हैं जबकि बाकी कलकत्ता से आये हैं. जो शिवलोक का विषय है। इस पंडाल की कुल लागत 40 लाख रुपये से ज्यादा है.
वहीं, यह पूजा पंडाल न सिर्फ भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन गया है, बल्कि कला और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण भी पेश कर रहा है. इस अनोखे पंडाल को देखने के लिए आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले साल ‘परी लोक’ थीम पर बने पंडाल ने सभी का दिल जीत लिया था. हर साल अलग-अलग और अनूठी थीम पर पंडाल बनाने की यह परंपरा इस क्षेत्र की सांस्कृतिक समृद्धि और सामुदायिक सद्भाव का उदाहरण देती है।