Jharkhand News: झारखंड के पलामू ज़िले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां प्रेम प्रसंग में बाधा बन रहे पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसका क़त्ल करवा दिया। यह मामला सामाजिक और नैतिक मूल्यों को झकझोर देने वाला है इसकी तुलना लोग रघुवंशी हत्याकांड से कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
पलामू ज़िले के नवाजयपुर थाना क्षेत्र के सिंजों गांव की रहने वाली एक युवती की शादी हाल ही में 22 जून 2025 को सरफराज़ नामक युवक से हुई थी। हालांकि, शादी के कुछ ही दिनों बाद पति-पत्नी के बीच मतभेद उभरने लगे और दोनों अलग-अलग रहने लगे। इसी बीच युवती का अपने पुराने प्रेमी से संबंध बना रहा और वह उससे विवाह करना चाहती थी।
लेकिन परिजनों के दबाव में आकर लड़की ने सरफराज़ से शादी की थी। शादी के डेढ़ महीने बाद लड़की ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को जान से मारने की साज़िश रच डाली।
जंगल में रची गई हत्या की साज़िश
पुलिस के अनुसार पत्नी और उसके प्रेमी ने 31 जुलाई को सरफराज़ को किसी बहाने से सशस्त्र जंगल में बुलाया। वहां पहले से मौजूद प्रेमी और अन्य आरोपियों ने मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को सुनसान जगह पर फेंक दिया गया।
कैसे हुआ हत्याकांड का ख़ुलासा
सरफराज़ के लापता होने की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। कॉल डिटेल्स, CCTV फ़ुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने सरफराज़ की पत्नी और उसके प्रेमी से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना जुर्म क़बूल कर लिया।
पुलिस ने प्रेमी, पत्नी और अन्य संभावित सहयोगियों को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है।
Also Read: Uttrakhand News: उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही: सेना के 9 जवान लापता, हाई अलर्ट जारी
समाज पर सवाल
यह घटना आज के समाज में रिश्तों की बदलती परिभाषा और गिरते नैतिक मूल्यों की एक झलक है। जहां एक समय सावित्री ने अपने पति के प्राण यमराज से भी छीन लिए थे, वहीं आज की “नई सावित्री” ने प्रेमी से शादी के लिए पति को ही मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस की जाँच में तेज़ी दिखाते हुए मुख्य आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ़्तार कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद कर लिए हैं, जिससे अपराध की पुष्टि और भी मज़बूत हो गई है। इसके अलावा कॉल रिकॉर्डिंग और मोबाइल मैसेज जैसे तकनीकी सबूतों के आधार पर पुलिस को पूरे मामले का सुराग मिला। फ़िलहाल पुलिस हत्या में शामिल अन्य संभावित सहयोग की भी तलाश कर रही है ताकि एक हत्याकांड से जुड़े हर पहलू को पूरी तरह से उजागर किया जा सके।
यह मामला केवल एक हत्या नहीं बल्कि पारिवारिक मूल्यों, सामाजिक व्यवस्था और युवाओं की बढ़ती आत्मकेन्द्रित सोच पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। तफ़्तीश से पूरा मामला सामने आ चूका हुआ था लेकिन यह घटना समाज के लिए चेतावनी है कि भावनात्मक संतुलन और नैतिकता कितनी आवश्यक है।