Instagram love story: सोशल मीडिया के ज़माने में प्रेम कहानियां अब नए रूप ले रही हैं। एक ऐसी ही अनोखी प्रेम कहानी बिहार के मधुबनी जिले में देखने को मिली, जहां इंस्टाग्राम पर शुरू हुई दोस्ती प्यार में बदली और फिर शादी तक पहुंच गई। खास बात यह रही कि यह शादी बिना किसी पंडित, बारात और धूमधाम के हुई, बल्कि सिर्फ कुछ परिचितों और आस-पड़ोस की महिलाओं की मौजूदगी में प्रेमी युगल ने मंदिर में विवाह रचाया।
यह अनोखी शादी मधुबनी जिले के पंडौल थाना क्षेत्र के काली मंदिर में संपन्न हुई। बुधवार दोपहर करीब 2 बजे मंदिर में भीड़ जुटी हुई थी। वहां मौजूद लोग मोबाइल से वीडियो और तस्वीरें बना रहे थे, क्योंकि उनके सामने दो युवा बिना किसी पारंपरिक रीति-रिवाजों के शादी के बंधन में बंध रहे थे।
इंस्टाग्राम से मंदिर तक का सफर
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दूल्हा बने रोशन कुमार दास (23), जो सकरी थाना क्षेत्र के भवानीपुर के निवासी हैं, और दुल्हन मनीषा कुमारी (19), जो रहिका थाना क्षेत्र की निवासी हैं, दोनों की मुलाकात इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी। इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद फोन पर बातचीत हुई और फिर मेले में पहली बार आमने-सामने मिलने का मौका मिला। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम गहरा होता गया और चार साल तक उनका रिश्ता चलता रहा।
मंगलवार को जब मनीषा का इंटरमीडिएट का परिणाम आया और वह प्रथम श्रेणी (फर्स्ट डिवीजन) से पास हुई, तो दोनों ने फैसला किया कि अब उन्हें शादी कर लेनी चाहिए। अगले ही दिन बुधवार को दोनों ने मंदिर में जाकर शादी करने का निश्चय किया।
मंदिर में बिना पंडित के लिए सात फेरे
बिना किसी औपचारिकता और पारंपरिक रस्मों के दोनों ने मंदिर में एक-दूसरे को फूलों की माला पहनाई और फिर रोशन ने मनीषा की मांग में सिंदूर भरकर विवाह संपन्न किया। इस दौरान उनके कुछ दोस्त और स्थानीय महिलाएं वहां मौजूद थीं, जिन्होंने इस शादी के गवाह बने।
शादी को लेकर चर्चाएं तेज़
मनीषा ने बताया कि वह पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहती है, जबकि रोशन मजदूरी करता है। बावजूद इसके, दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे, इसलिए बिना किसी औपचारिकता के शादी करने का फैसला लिया।
इस अनोखी शादी को लेकर पूरे इलाके में चर्चाएं हो रही हैं। कोई इसे प्रेम की जीत बता रहा है, तो कुछ लोग इसे बगैर रीति-रिवाजों की शादी मानकर आलोचना कर रहे हैं। हालांकि, रोशन और मनीषा अपनी शादी से खुश हैं और एक-दूसरे के साथ जीवन बिताने के लिए तैयार हैं।
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समाज के लिए एक संदेश?
सोशल मीडिया के इस दौर में जहां रिश्ते बनते और बिगड़ते देर नहीं लगती, वहीं रोशन और मनीषा की प्रेम कहानी ने यह साबित कर दिया कि सच्चा प्यार अगर सच्चे दिल से किया जाए, तो किसी औपचारिकता की ज़रूरत नहीं होती। अब देखना यह होगा कि समाज इस अनूठी शादी को किस नजर से देखता है और यह जोड़ा आगे अपने जीवन में क्या-क्या नया करता है।
सुमित कुमार की रिपोर्ट