Hazaribagh Anita murder case: हजारीबाग अनीता हत्याकांड मामले को लेकर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने SDO के खिलाफ जांच शुरू कर दी हैं । वही झारखंड सरकार ने हजारीबाग के सदर अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार के ऊपर कार्रवाई करते हुए प्रशासनिक कारणों से हस्तांतरित कर दिया है. उन्हें अब प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग झारखंड रांची में योगदान देना सुनिश्चित किया है. यह अधिसूचना झारखंड सरकार कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा राज्य भाषा विभाग की ओर से 30 दिसंबर को जारी किया गया है. झारखंड राजपाल के आदेश से सरकार के अवर सचिव प्रदीप कुमार पासवान के हस्ताक्षर से यह अधिसूचना जारी की गई है.
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वही सदर एसडीओ अशोक कुमार (SDO Ashok Kumar) के ऊपर उनकी पत्नी अनीता कुमारी को जिंदा जलाने का आरोप लगा है. रांची में इलाज के दौरान अनीता कुमारी की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद हजारीबाग में मृतक के परिजनों ने शव को लोहसिंघना थाना के सामने रखकर विरोध दर्ज किया था. यही नहीं जनप्रतिनिधि से लेकर आम जनता सड़क पर उतरी थी और कैंडल मार्च निकाला था. सरकार से मांग की गई थी और अविलंब कार्रवाई हो. वही हेमंत सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सदर एसडीओ का हस्तांतरण कर दिया है.
घटना को लेकर लोहसिंघना थाना में मामला दर्ज किया गया है .मामले के सूचक एसडीओ के साला राजू कुमार गुप्ता है. उनके द्वार एसडीओ अशोक कुमार समेत चार लोगों को आरोपी बनाया है.जिसमें एसडीओ के पिता दुर्योधन शाह छोटा भाई शिवनंदन कुमार एवं छोटे भाई की पत्नी रिंकू देवी का नाम शामिल है. वहीं अब तक सदर एसडीओ अशोक कुमार पुलिस के पहुंच से बाहर चल रहे हैं और उनके सरकारी आवास पर पुलिस ने जांच शुरू कर दिया है. वही सोमवार शाम पुलिस की टीम ने उनके सरकारी आवास पर जाकर गहन जांच किया लगभग 1 घण्टे के जांच के बाद ने पुलिस ने कहा कि हर एंगल से छानबीन की जा रही है बहुत जल्द मामले के तह तक जाने के बाद जल्द खुलासा हो जाएगा।
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