Sarna Dharma Code : झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 2025-26 आज गुरुवार (27 मार्च 2025) को 20वें दिन समाप्त हो गया. राज्य के राज्यपाल संतोष गंगवार ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 200 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए झारखंड राज्य के आगामी वर्ष 2025-26 के बजट से संबंधित विनियोग विधेयक को अपनी मंजूरी दे दी.आपको बता दें, छठी झारखंड विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही 24 फरवरी 2025 (सोमवार) को शुरू हुई. जिसके बाद वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने 3 मार्च 2025 को विधानसभा बजट सत्र 2025-26 के लिए 1 लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया, जिसके बाद 24 मार्च 2025 को इसे विधानसभा में पारित कर दिया गया.
[ruby_related heading=”Also Read” total=5 layout=1]
वही राजधानी रांची में बीजेपी नेता अनिल टाइगर की हत्या को लेकर गुरुवार (27 मार्च 2025) को सदन में विपक्षी विधायकों ने बुधवार (26 मार्च 2025) को जमकर हंगामा और विरोध प्रदर्शन किया. विधानसभा बजट सत्र के समापन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन को संबोधित किया.सीएम ने कहा कि कहां से शुरू करें, विपक्ष में दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा है. विपक्ष पहले ही अपनी हार मान चुका है. सदन में विपक्ष का कोई भी विधायक मौजूद नहीं है. लोकतंत्र की दुहाई देने वाले और संविधान की कसम खाने वाले लोग एक ही प्रकार के हैं। धीरे-धीरे पूरा विपक्ष सदन से बाहर चला गया.
बजट सत्र के समापन पर सीएम हेमंत ने किया संबोधित
3 मार्च 2025 को सरकार ने 1 लाख 43 हजार करोड़ रुपये का अबुजा बजट पेश किया. सदन में इसे पारित करने के लिए मैं सभी को धन्यवाद देता हूं। मैं इस सत्र में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को धन्यवाद देता हूं। इस सदन को सौभाग्य मिला है कि लंबे समय के बाद सदन को विपक्ष का नेता भी मिला है। अगर मुद्दों पर चर्चा होगी तो सरकार से जुड़े मुद्दों पर लगातार एक-दो घंटे तक चर्चा हो सकती है. लेकिन मैं इसे संक्षिप्त रखने की कोशिश करूंगा.
सरना धर्मकोड के लिए लड़ना होगा – सीएम हेमंत
सरना धर्मकोड (Sarna Dharma Code ) के लिए राज्य की जनता को संघर्ष करना होगा. परिसीमन को लेकर देश में चर्चा चल रही है. लेकिन ये परिसीमन नहीं है, इसके पीछे एक छिपा हुआ एजेंडा है. बीजेपी आज के आदिवासी दलितों की सीटें छीनने की कोशिश कर रही है.आज देश में परिसीमन की साजिश रची गई है. लेकिन अगर ऐसा होता है तो हम इससे लड़ेंगे. चाहे वह सरकार में हों या नहीं. केंद्र सरकार के परिसीमन के छिपे एजेंडे को कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा। सरकार आज देश में जहर बो रही है। आज वह झारखंड को ही टुकड़ों में बांटने की कोशिश कर रही है. भाजपा के लोग संथाल परगना को अलग राज्य बनाने की बात करते हैं. धर्म और जाति के नाम पर लोगों को एक-दूसरे से प्यार करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
[ruby_related heading=”More Read” total=”4″ layout=”1″]
एयर एंबुलेंस सिस्टम वाला झारखंड देश का पहला राज्य- सीएम
सरकार को राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भरोसा है. आने वाले दिनों में आप लोगों को नया रिम्स देखने को मिलेगा. 7000 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है. झारखंड देश का पहला राज्य है जहां आम लोगों के लिए एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है. इसका लाभ हजारों लोगों को मिल रहा है. इस क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ाते हुए हम इस राज्य के लोगों के लिए हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस भी शुरू करने जा रहे हैं।इसकी मैपिंग की जा रही है. खर्च चाहे कुछ भी हो, व्यक्ति कितना भी गरीब क्यों न हो, राज्य सरकार अपने खर्च पर सरकारी इलाज कराएगी। हम राज्य के हर अस्पताल में हेलीपैड बनाने जा रहे हैं. हेलीकॉप्टर एंबुलेंस शुरू करने और राज्य के हर अस्पताल में हेलीपैड बनाने वाला झारखंड देश का पहला राज्य बन जाएगा.