Jharkhand Covid Alert: देश- दुनिया भर में एक बार फिर से कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। अब तक 270 से ज्यादा नए संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, जिससे सरकारें सतर्क हो गई हैं. खासकर नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के आने से स्थिति और चिंताजनक हो गई है. वही बेंगलुरु में कोविड से पहली मौत और झारखंड के रांची में संक्रमित मरीज की पहचान के बाद राज्य सरकार ने आपात कदम उठाना शुरू कर दिया है.
झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने आज रांची सदर अस्पताल में कोविड की स्थिति को लेकर आपात बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में विभागीय अधिकारियों के अलावा सिविल सर्जन भी शामिल थे. बैठक के बाद मंत्री ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि झारखंड सरकार अलर्ट मोड पर है और सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
आज रांची के सदर अस्पताल में कोविड संक्रमण की आशंका को लेकर आपातकालीन बैठक में भाग लिया, जिसमें सभी जिलों के स्वास्थ्य पदाधिकारियों, डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ गहन मंथन किया गया। देश में कोविड-19 के मामलों में फिर से वृद्धि और नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 एवं… pic.twitter.com/ZmIKzP2SBK
— Dr. Irfan Ansari (@IrfanAnsariMLA) May 26, 2025
डॉ. अंसारी ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को अपने-अपने जिलों में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे और हाट-बाजार जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कोविड जांच की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ”संक्रमण को रोकने के लिए शुरुआती सतर्कता सबसे महत्वपूर्ण है.” स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी घोषणा की कि संभावित खतरे को देखते हुए राज्य के सभी डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. उन्होंने कहा, ”अब आराम करने का नहीं, बल्कि सेवा करने का समय है. सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को ड्यूटी पर रहना होगा.” ”राज्य सरकार ने कोरोना की जानकारी और शिकायत के लिए कॉल सेंटर नंबर भी जारी किया है. साथ ही एयरपोर्ट पर मेडिकल टीमें तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं, जो बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच करेंगी.”
डॉ. अंसारी ने कहा, “मैं खुद एक डॉक्टर हूं, इसलिए स्वास्थ्य व्यवस्था की बारीकियों को समझता हूं। हमें डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। मास्क पहनें, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें।”उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के सभी ऑक्सीजन प्लांटों की स्थिति की समीक्षा की जा रही है. जहां भी प्लांट निष्क्रिय हैं, उन्हें तत्काल चालू करने के निर्देश दिये गये हैं. बैठक में एक सवाल के जवाब में जब उनसे एनएचएम कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिलने के बारे में पूछा गया तो डॉ. अंसारी का जवाब चौंकाने वाला था. उन्होंने कहा, “जिन लोगों को वेतन नहीं मिल रहा है, वे चाहें तो नौकरी छोड़ सकते हैं। सरकार व्यवस्था सुधारने के लिए काम कर रही है।”
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार का वैरिएंट विशेष रूप से बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अधिक प्रभावित कर रहा है।इसलिए ऐसे वर्ग के लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। फिलहाल राज्य सरकार पूरी तरह से सतर्क है और संभावित कोरोना लहर से निपटने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है.