JMM Giridih: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने मंगलवार को गिरिडीह के झंडा मैदान में अपना 52वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर झंडा मैदान को भव्य तरीके से सजाया गया, पूरे शहर को जेएमएम के झंडों और हरी लाइटों से रोशन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी एवं गांडेय विधायक कल्पना सोरेन, राज्यसभा सांसद सरफराज अहमद, मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, पूर्व मंत्री बेबी देवी सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
भावुक हुईं कल्पना सोरेन
कार्यक्रम के दौरान कल्पना सोरेन एक बार फिर भावुक हो गईं। उन्होंने हेमंत सोरेन की जेल यात्रा को याद करते हुए कहा, “यह वही मंच है जहां एक साल पहले आपने मुझे रोते हुए देखा था। उस वक्त हेमंत जी हमारे साथ नहीं थे, लेकिन आपने मेरा हौसला बढ़ाया। आपने नारा दिया था – ‘जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा’, और आखिरकार वह दिन आ ही गया।”
कार्यकर्ताओं ने इस दौरान जोशीले नारे लगाए – “कल्पना सोरेन मत घबराना, तेरे पीछे सारा जमाना”। कल्पना सोरेन ने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार अपने सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और झारखंड को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराएगी।
गिरिडीह में झामुमो के 52वे स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम में मेरा संबोधन।
जय झारखण्ड
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— Kalpana Murmu Soren (@JMMKalpanaSoren) March 4, 2025
हेमंत सोरेन का स्वागत और शहीदों को श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के दौरान झामुमो गिरिडीह जिला कमिटी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन का भव्य स्वागत किया। हेमंत सोरेन के सिर पर ताज पहनाकर सम्मानित किया गया। इसके बाद उन्होंने शहीदों की वेदी पर माल्यार्पण कर राज्य के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
संघर्ष की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प
मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने अपने संबोधन में कहा, “आज का दिन हमारे लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि इसी दिन गुरुजी (शिबू सोरेन) ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना की थी। यह राज्य झारखंडियों के सोच से चलेगा और हम जनता की आशाओं पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
कल्पना सोरेन ने अपने जन्मदिन का जिक्र करते हुए कहा, “कल मेरा जन्मदिन था और आज मेरे राजनीतिक सफर का जन्मदिन है। पिछले वर्ष हेमंत जी की अनुपस्थिति खली थी, लेकिन इस बार वे हमारे साथ हैं और हम झारखंड को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार हैं।”
कार्यक्रम के अंत में कार्यकर्ताओं ने जोश और उत्साह के साथ नारे लगाए, जिससे झंडा मैदान गूंज उठा – “नारा ऐसा की होटवार से लेकर दिल्ली तक आवाज जाए!”