Jharkhand News: लोहरदगा जिले के किस्को थाना क्षेत्र अंतर्गत हिंडाल्को पाखर बॉक्साइट माइंस में शनिवार को आदिवासी रैयत विस्थापितों के हक और अधिकारों को लेकर ज़ोरदार धरना प्रदर्शन हुआ। आंदोलन का नेतृत्व झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो ने किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन पर विस्थापितों की लगातार अनदेखी का आरोप लगाते हुए कंपनी कार्यालय में घुसकर जमकर नारेबाज़ी की। देर शाम कंपनी अधिकारियों और आंदोलनकारियों के बीच वार्ता हुई, जिसके बाद अधिकारियों ने मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस दौरान देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि झारखंड में कंपनी और बाहरी ताकत झारखंडी आदिवासी मूलवासी को शोषण कर रहें। झारखंड के कुड़मी, आदिवासी, सदान, मूलवासी एकजुट होकर ही बाहरी शोषण से मुक्ति संभव है। लोहरदगा जिला किस्को थाना अन्तर्गत हिंडाल्को बॉक्साइड पाखर माइंस में प्रतिदिन लगभग 400 ट्रक चलती है जिससे सरकार को टेक्स लगभग प्रतिदिन 24 लाख महीना में लगभग 72 करोड़ एवं प्रतिवर्ष लगभग 86 करोड़ 40 लाख रुपया टैक्स जाती हैं। पिछले लगभग 78 सालों से सरकार को राजस्व मिल रही है लेकिन दुर्भाग्य 78 साल बाद भी कंपनी के सीएसआर और डीएमफटी फंड का बंदरबांट किया जा रहा है। विस्थापित गांवों के लिए सड़क सुविधा तक नहीं है, शिक्षा व्यवस्था नहीं है, स्वास्थ्य सुविधा नहीं है ।
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ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हुए इन मांगों को रखा, ज्ञापन के माध्यम से पाखर से धुर्वा मोड़ किस्को तक तत्काल सड़क निर्माण किया है, सीएम एक्सलेंस स्कूल के तर्ज पर शिक्षा व्यवस्था किया जाय , सुविधा युक्त हॉस्पिटल व्यवस्था किया जाय एवं कार्यरत मजदूर न्यूनतम मजदूरी और मानक के अनुरूप सभी सुविधा प्रदान किया जाय। महतो ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस दौरान आंदोलन में प्रमुख लोग शामिल हुए, जिला अध्यक्ष चैतु उरांव, वरीय उपाध्यक्ष कृष्ण बड़ाइक, सचिव किशोर उरांव, महासचिव पंचम एक्का, गुणा भगत, हजारी उरांव समेत बड़ी संख्या में आदिवासी रैयत मौजूद रहे।