JPSC Result 2023: झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। इस परीक्षा में कुल 342 अभ्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की है, जिनमें बड़ी संख्या में महिला उम्मीदवारों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है इसी कड़ी में दुमका की रौनक प्रिया ने पूरे जिले का मान बढ़ाते हुए 161वीं रैंक हासिल की है। उनकी उपलब्धि से न सिर्फ़ उनके परिवार में हर्ष की लहर है, बल्कि पूरा दुमका जिला गर्व से झूम रहा है।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और प्रेरणा
रौनक प्रिया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दुमका ज़िले से ही पूरी की। पढ़ाई में शुरू से ही होनहार रही रौनक को प्रशासनिक सेवा में जाने की प्रेरणा उनके शिक्षकों और परिवार से मिली। उन्होंने उत्तीर्ण की पढ़ाई रांची विश्वविद्यालय से पूरी की और इसके बाद सिविल सेवा की तैयारी में जुट गई।
तैयारी का सफ़र अनुसासन और आत्म-नियंत्रण की मिसाल
रौनक में JPSC की तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बना ली। उन्होंने बताया कि स्मार्टफ़ोन का इस्तेमाल केवल स्टडी मेटेरियल पढ़ने और मॉक टेस्ट देने तक ही सीमित रखा। इस दौरान उन्होंने आत्मा अनुसासन, समय प्रबंधन और नियमित अभ्यास को अपनी सबसे बड़ी ताक़त बताया।
रौनक कहती हैं, “मैंने ख़ुद से वादा किया था कि जब तक मेरा चयन नहीं हो जाता, मैं डिस्ट्रक्शन से पूरी तरह दूर रहूंगी। सोशल मीडिया एक बड़ा समय भक्षक है, जिसे मैंने शुरू में ही अलविदा कह दिया।”
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परिवार और शिक्षकों का अहम योगदान
रौनक की सफलता के पीछे उनके परिवार का मज़बूत सहयोग रहा। उनके माता पिता ने उन्हें मानसिक और भावनात्मक रूप से हमेशा समर्थन दिया। रौनक बताती हैं कि परीक्षा के दौरान जब भी वह हतोत्साहित होती थीं, उनके माता पिता और शिक्षकों ने उन्हें प्रोत्साहित किया और दोबारा ऊर्जा से भर दिया।
JPSC 2023 के इस परिणाम में आशीष अक्षत ने राज्यभर में टॉप किया है। उन्हें रैंक 1 प्राप्त हुआ है , उनके साथ-साथ कई अन्य मेधावी छात्र – छात्राओं ने भी परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे यह परीक्षा महिला सशक्तीकरण और युवाओं के उज्जवल भविष्य की ओर एक और क़दम साबित हुई है।
रौनक का संदेश युवाओं को
रौनक प्रिया ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा, “सफलता के लिए कड़ी मेहनत लगन और धैर्य ज़रूरी है। असफलता से घबराने की ज़रूरत नहीं है। यह सिर्फ़ एक अनुभव होता है जो आगे की राह को और मज़बूत बनाता है।”
रौनक प्रिया की सफलता इस बात का प्रमाण है कि संकल्प, मेहनत और अनुशासन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। दुमका की यह बेटी अब राज्य की सेवा में एक सशक्त अधिकारी के रूप में कार्य करेंगी। जिससे राज्य को लाभ मिलेगा और अन्य छात्र-छात्राओं को प्रेरणा।