Jharkhand News: 9 साल तक JTET नहीं होने से आखिरकार अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार को छात्र अधिकार मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में बीएड और डीएलएड प्रशिक्षित छात्रों ने पुरानी विधानसभा से नई विधानसभा तक विरोध मार्च निकाला. अभ्यर्थियों का कहना है कि 2016 के बाद से राज्य में जेटीईटी परीक्षा आयोजित नहीं की गई है, जिसके कारण लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. आंदोलन में शामिल छात्रों का आरोप है कि ”सरकार ने चार महीने में शराब नीति बना दी, लेकिन 9 साल में जेटीईटी परीक्षा नहीं करा सकी.”
महिला अभ्यर्थियों ने सरकार से यह भी सवाल किया कि जब प्रदेश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात हो रही है तो बेटियों को शिक्षक बनने का अधिकार क्यों नहीं दिया जा रहा है. एक अभ्यर्थी ने कहा, ”बच्चों को पढ़ाने की उम्र में हम खुद परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, यह हमारे साथ नाइंसाफी है.”
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अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर जेटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन जल्द जारी नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज किया जायेगा. मार्च में 24 जिलों से आये छात्रों ने हिस्सा लिया और विधानसभा परिसर तक जोरदार नारेबाजी की. गौरतलब है कि झारखंड में पिछले 25 वर्षों में केवल दो बार जेटीईटी परीक्षा आयोजित की गयी है. जबकि पड़ोसी राज्य बिहार और अन्य राज्यों में यह परीक्षा नियमित रूप से आयोजित की जाती है. छात्रों की मांग है कि इस बार सरकार जल्द से जल्द परीक्षा की तारीख घोषित करे ताकि वे शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में भाग ले सकें.