Madhubani news:मधुबनी जिले को तंबाकू मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में सामाजिक-आर्थिक एवं शैक्षिक विकास सोसायटी (एसईएडीएस) ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया। इस दौरान तंबाकू नियंत्रण के लिए गठित त्रिस्तरीय गुरिल्ला दस्ते को प्रशिक्षण दिया गया.
जिलाधिकारी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को तंबाकू के दुष्प्रभाव से बचाना जरूरी है। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया. साथ ही नियमित छापेमारी करने को भी कहा.सभी सार्वजनिक स्थानों और सरकारी कार्यालयों में ‘तंबाकू मुक्त क्षेत्र’ के बोर्ड लगाए जाएंगे। सरकारी शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों, सिनेमा हॉल, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर धूम्रपान करने वालों पर कार्रवाई होगी.
जिलाधिकारी ने सामाजिक संगठनों और मीडिया से इस अभियान में सहयोग की अपील की है. उन्होंने कहा कि लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करना होगा। साथ ही तंबाकू का सेवन न करने के लिए जागरूक करना होगा। इस अभियान की सफलता के लिए समाज के लोगों को आगे आना होगा.जिला पदाधिकारी ने कहा कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से इस कार्यक्रम को पंचायत स्तर तक चलाने की जरूरत है. तंबाकू नियंत्रण अभियान में सामाजिक संस्थाओं को आगे आना होगा। सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए और प्रयास करने होंगे.हमें समाज के आम लोगों के बीच जाकर उन्हें तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करना होगा और इस पर पूर्ण नियंत्रण के लिए काम करना होगा। लोगों को तंबाकू का सेवन न करने के लिए प्रेरित और जागरूक करना होगा।उन्होंने कहा कि तंबाकू को खत्म करने के लिए समाज के लोगों को आगे आना होगा. सिविल सर्जन ने कहा कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से इस कार्यक्रम को पंचायत स्तर तक चलाने की जरूरत है. बिहार में हर दिन 440 नये बच्चे तंबाकू का सेवन शुरू करते हैं.
तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार की तकनीकी सहायता संस्था सोशियो-इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाइटी सीड्स के कार्यकारी निदेशक दीपक मिश्रा ने कहा कि बिहार में हर दिन 440 नए बच्चे तंबाकू का सेवन शुरू करते हैं.मिश्र ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि राज्य सरकार एवं सीड्स द्वारा संयुक्त रूप से प्रदेश के सभी 38 जिलों में चलाये जा रहे तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत तंबाकू नियंत्रण अधिनियम सीओटीपीए-2003 की विभिन्न धाराओं के बारे में विस्तार से बताया.उन्होंने राज्य सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों की भी जानकारी दी.मधुबनी जिले को पहले ही धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया जा चुका है.
सीड्स के कार्यपालक निदेशक श्री दीपक मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्षों में राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार सरकार द्वारा एक स्वतंत्र एजेंसी से राज्य के विभिन्न जिलों में तंबाकू नियंत्रण अधिनियम (सीओटीपीए 2003) के अनुपालन का सर्वेक्षण कराया जा रहा है.उपरोक्त अनुपालन सर्वेक्षण में निर्धारित धूम्रपान मुक्त मानकों के आधार पर मधुबनी जिला को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया गया है।जिला नोडल अधिकारी डॉ. एस.एन. झा ने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यक्रम प्रबंधक श्री पंकज कुमार मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
सिविल सर्जन, एसीएमओ, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला नोडल पदाधिकारी डॉ. एस.एन. कार्यक्रम में झा, सीड्स कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार झा, एनसीडी सेल के लक्ष्मी कांत झा, बीआईईएस के चितरंजन सहाय, आशीष कुमार सिंह, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं मीडियाकर्मी उपस्थित थे.
पिंकी झा | मधुबनी