Madhubani News : बिहार के मधुबनी जिले के लिए विकास की एक नई सुबह आई है. सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान की गयी घोषणाओं पर मंत्रिपरिषद ने मुहर लगा दी है. इस संबंध में जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने समाहरणालय में आयोजित प्रेस वार्ता में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की.सबसे महत्वपूर्ण योजना के रूप में 426.01 करोड़ रुपये की लागत से कमला नदी को मार्ने कमला-ओल्ड कमला-जीवछ नदी से जोड़ने की परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस प्रोजेक्ट की घोषणा 12 जनवरी 2025 को की गई थी और इसे 4 फरवरी 2025 को मंजूरी मिल गई। इस परियोजना से क्षेत्र को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे। इस योजना से किसानों को लगभग 10,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। बाढ़ के दौरान कमला-बलान तटबंध पर दबाव कम हो जाएगा और अतिरिक्त पानी को सूखा प्रभावित क्षेत्रों की ओर मोड़ दिया जाएगा। इससे न केवल कृषि को बढ़ावा मिलेगा बल्कि मखाना, सिंघाड़ा और मछली पालन जैसे जलीय उत्पादों का उत्पादन भी बढ़ेगा।

इस परियोजना से मधुबनी और दरभंगा जिलों में भूजल स्तर में भी सुधार होगा। साथ ही छठ जैसे सांस्कृतिक पर्व के आयोजन में भी सुविधा होगी. जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ योजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा की जायेगी. डीएम ने कहा कि सबसे बड़ी परियोजना पश्चिमी कोसी नहर की है, जिसमें बिदेश्वरस्थान उप शाखा और उग्रनाथ शाखा नहर को मजबूत किया जायेगा. इस पर 748 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इससे झंझारपुर और मनीगाछी ब्लॉक में 796 हेक्टेयर भूमि और पंडौल, मनीगाछी और बेनीपुर ब्लॉक में 19,083 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 7.78 करोड़ रुपये की लागत से मिथिला हाट का विस्तार किया जायेगा. इसमें एक मनोरंजन पार्क बनाया जाएगा, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा। रामपट्टी में 14.53 करोड़ रुपये की लागत से अंतरराज्यीय बस स्टैंड का निर्माण कराया जायेगा. राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने के कारण यह बस स्टैंड शहर में जाम और प्रदूषण की समस्या को कम करेगा, साथ ही व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। सभी परियोजनाओं की घोषणा जनवरी 2025 में की गई और फरवरी 2025 में मंजूरी दी गई। 178 करोड़ रुपये की लागत से जयनगर शहीद चौक के पास आरओबी का निर्माण किया जाएगा। इससे जयनगर बाजार जाने वाले लोगों को जाम से राहत मिलेगी और समय की बचत होगी. मधुबनी शहर में 293.95 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड का निर्माण कराया जायेगा, जो कनकपुर से जगतपुर तक बनेगा और पंडौल बाइपास से जोड़ा जायेगा. यह सड़क नेपाल के तराई क्षेत्र को ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से जोड़ेगी.
औद्योगिक विकास के लिए लौकही प्रखंड के बनगामा गांव के पास 500 एकड़ में 132.78 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जायेगा. इससे उद्यमियों को कम कीमत पर विकसित जमीन मिलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भगवान राम और माता सीता की पहली मिलन स्थली फुलहर को 31.13 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा. इससे मधुबनी को पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान मिलेगी और स्थानीय लोगों की आय में वृद्धि होगी।
सभी परियोजनाओं की घोषणा 12 जनवरी 2025 को की गई और 4 फरवरी 2025 को मंजूरी दी गई। ये परियोजनाएं क्षेत्र के समग्र विकास को गति देंगी। छोटे विमानों के लिए केंद्र सरकार की उड़ान योजना में मधुबनी जिला मुख्यालय स्थित हवाई अड्डे को भी शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है. यह घोषणा 12 जनवरी 2025 को की गई थी और इस संबंध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पत्राचार किया गया है. हवाई अड्डे के विकास से जिले की कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा।स्थानीय नागरिकों को तेज एवं सुविधाजनक परिवहन का विकल्प मिलेगा, जिससे उनका समय एवं ऊर्जा की बचत होगी। इससे सड़क पर ट्रैफिक जाम और भीड़भाड़ से भी राहत मिलेगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नगर आयुक्त अनिल चौधरी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी परिमल कुमार और जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक समेत कई मीडिया प्रतिनिधि मौजूद थे. यह परियोजना मधुबनी के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।
पिंकी झा | मधुबनी