Darbhanga: दरभंगा स्थित मिल्लत महाविद्यालय, लहेरियासराय में व्याप्त भ्रष्टाचार, शैक्षणिक गिरावट और अव्यवस्था के खिलाफ मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU) ने जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है। यूनियन के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनिश चौधरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है, जिसमें तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की मांग की गई है।
अध्यक्ष अनिश चौधरी ने आरोप लगाया कि मिल्लत महाविद्यालय आज शिक्षा का केंद्र न होकर भ्रष्टाचार और अराजकता का अड्डा बन चुका है। वर्षों से स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति न होने के कारण महाविद्यालय का शैक्षणिक वातावरण पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और महाविद्यालय प्रशासन इस गंभीर स्थिति पर मूकदर्शक बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि महाविद्यालय परिसर में गंदगी का आलम है और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा छात्रों के लिए भय का वातावरण पैदा कर रहा है। आधुनिक सुविधाओं के नाम पर दिखावा किया जा रहा है, जबकि छात्र बुनियादी आवश्यकताओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। साइबर लैब जैसी सुविधाएं केवल कागजी दिखावे तक सीमित हैं।
यूनियन ने महाविद्यालय में शौचालय, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाओं की बदहाल स्थिति को लेकर भी गहरी नाराजगी जताई। छात्रावासों में छात्रों के आर्थिक और मानसिक शोषण के आरोप भी लगाए गए हैं। साथ ही महाविद्यालय परिसर में कुछ कर्मचारियों द्वारा अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने और वर्तमान प्रभारी प्राचार्य की संदिग्ध भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
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मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से वर्तमान प्रभारी प्राचार्य को पद से हटाया जाए और एक योग्य, ईमानदार व ऊर्जावान स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति की जाए। साथ ही, महाविद्यालय परिसर की सफाई व्यवस्था सुधारने, छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने और छात्रावास व्यवस्था में ठोस बदलाव लाने की भी मांग की गई है।
यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि आगामी 15 दिनों के भीतर मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो छात्र संगठन बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगा और इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
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