Madhubani: सोमवार को मिथिला स्टूडेंट यूनियन (एमएसयू) के नेतृत्व में एमआरएम कॉलेज परिसर में छात्र सुविधाओं की बहाली को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व एमआरएम कॉलेज की छात्रा प्रमुख रिमझिम चौधरी ने किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय संयोजक अमन सक्सेना, अध्यक्ष अनिश चौधरी, सचिव शिवम प्रताप सिंह, कॉलेज प्रतिनिधि सुजाता कुमारी, अध्यक्ष अंशु यादव सहित संगठन के दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। प्रदर्शनकारियों ने कॉलेज परिसर में रैली निकाल कर जोरदार नारेबाजी की और कॉलेज प्रशासन के समक्ष अपनी विभिन्न मांगें रखीं।
प्रदर्शन के दौरान एमएसयू की सात सदस्यीय टीम ने कॉलेज के प्रधानाचार्य से वार्ता की। वार्ता के बाद प्रधानाचार्य ने छात्रों को 15 दिनों के भीतर कई मांगों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया। प्रमुख घोषणाओं में शामिल हैं:
कॉलेज का नाम मिथिलाक्षर में अंकित किया जाएगा।
महिला सुरक्षा बल की तैनाती के लिए प्रयास किया जाएगा।
ई-लाइब्रेरी के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
रीडिंग रूम, साइकिल स्टैंड और कंप्यूटर कक्ष के लिए कार्यवाही की जाएगी।
आधुनिक प्रयोगशाला का निर्माण पूरा हो चुका है।
चिन्हित स्थलों पर वाटर कूलर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और आवश्यकता अनुसार और भी लगाए जाएंगे।
सभी विभागीय शौचालयों की सफाई के लिए अलग सफाईकर्मी नियुक्त किए जाएंगे।
छात्राओं के नामांकन शुल्क में यथासंभव कमी की जाएगी।
जर्जर प्रशासनिक भवन का पुनर्निर्माण कराया जाएगा।
छात्रावास में सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
नामांकन काउंटर और भवनों की रंगाई व मरम्मत जल्द कराई जाएगी।
जलजमाव की समस्या के स्थायी समाधान हेतु जिलाधिकारी स्तर से पहल की जा रही है।
सभी मांगों पर सकारात्मक वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई। साथ ही संगठन ने चेतावनी दी कि यदि 30 दिनों के भीतर मांगों पर ठोस पहल नहीं होती है, तो फिर से आंदोलन तेज किया जाएगा। इसके अलावा, विश्वविद्यालय से संबंधित मुद्दों को लेकर भी जल्द ही आंदोलन छेड़ने की बात कही गई।
प्रदर्शन में श्रेया, अफसरी, कोमल, कुमकुम, फातिमा, नौशीन, सौम्या, सपना, प्रतिभा, गुलनाज़, राधा, छोटी, नंदनी, मिठू, गुंजा समेत कई अन्य छात्राएं भी शामिल रहीं।