Alinagar News: अलीनगर में एक तरफ जहां प्रखंड क्षेत्र के पकड़ी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय बच्चों की संख्या के अनुपात में कमरों की भारी कमी व जर्जरता से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ शिक्षकों की मनमानी का भी बोलबाला है. जिसके चलते अक्सर हंगामा होता रहा है।
आपको बता दें कि शनिवार को जब मिथिला टॉप के मेरे प्रतिनिधि विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे तो स्थिति देखकर दंग रह गये. दिन के लगभग दो बजे नामांकित 329 बच्चों में से मात्र 18 बच्चे ही भौतिक उपस्थिति में दिखे। पिछले कुछ दिनों से प्रभारी प्रधानाध्यापक समेत कुल चार शिक्षकों को बीएलओ (मतदाता सूची पुनरीक्षण) कार्य में प्रतिनियुक्त किया गया है. ऐसे में सहायक अध्यापक दिगंबर यादव प्रभारी हैं जो उस समय विद्यालय से गायब पाए गए।
इसके अलावा दो अन्य शिक्षक अमरेश यादव एवं श्रवण कुमार सुमन भी अपनी उपस्थिति बना कर गायब थे. तब सबसे चौंकाने वाली बातें सामने आईं जब स्कूल के ही एक शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एक लापता शिक्षक ने ऑनलाइन होने के लिए अपना मोबाइल फोन एक स्थानीय व्यक्ति के पास छोड़ दिया था.
यहां मात्र दो कमरे के जर्जर भवन में नामांकित 329 बच्चों में शिक्षा की अलख जगाने का प्रयास चल रहा है। पिछले साल शिक्षा विभाग ने भवन के ऊपर चादर से ढके कमरे का निर्माण कराया था। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण कि पूरी तरह से मनमाने तरीके से बनाये गये उस कमरे की हालत काफी दयनीय हो गयी है और इतनी गर्मी में उसके अंदर बैठना भी परेशानी भरा है. वहीं दूसरे जर्जर भवन के एक कमरे में खाना बनाने का काम किया जा रहा है.
उपस्थित कुछ शिक्षकों ने कहा कि वे यहां की स्थिति के खिलाफ कुछ भी कहने में असमर्थ हैं. वहीं बच्चों की मौजूदगी के संबंध में बताया गया कि जीवित बचे लोगों की संख्या अधिक थी लेकिन भीषण गर्मी के कारण कई बच्चों के अनुरोध पर उन्हें छुट्टी दे दी गई. इस बीच स्थिति के संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक दिगंबर यादव से उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.
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उधर, दोपहर करीब ढाई बजे प्राथमिक विद्यालय किरतपुर में एक भी बच्चा उपस्थित नहीं मिला। और सभी अध्यापक बैठकर आपस में बातें कर रहे थे। इधर, पूछे जाने पर बीईओ रामकुमार ठाकुर ने कहा कि अगर ऐसी लापरवाही हुई है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण और घोर लापरवाही है. जांच के बाद तथ्य सामने आने पर जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।